
कोटा रेल मंडल में सोमवार को डबल डेकर ट्रेन का ट्रायल 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से किया गया. यह ट्रायल कोटा से सवाई माधोपुर के बीच हुआ, जिसमें ट्रेन को अधिकतम स्पीड पर दौड़ाया गया. इस परीक्षण का उद्देश्य यह जांचना था कि डबल डेकर ट्रेन ना सिर्फ यात्रियों को बल्कि सामान को भी सुचारू रूप से ढो सकती है या नहीं.
डबल डेकर ट्रेन के इस ट्रायल का नेतृत्व मंडल वाणिज्य प्रबंधक (डीसीएम) कोटा किशोर पटेल और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के चीफ रेलवे सेफ्टी कमिश्नर जनक गर्ग ने किया. ट्रायल में ट्रैफिक निरीक्षक, लोको निरीक्षक और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे.
डबल डेकर ट्रेन का ट्रायल
दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक का बड़ा हिस्सा कोटा रेल मंडल से गुजरता है और इसे हाई स्पीड ट्रेनों के ट्रायल ट्रैक के रूप में भी जाना जाता है. इससे पहले यहां वंदे भारत ट्रेन समेत कई ट्रेनों के ट्रायल किए जा चुके हैं.
डबल डेकर ट्रेन के इस ट्रायल में एयर सस्पेंशन, ब्रेकिंग सिस्टम और घुमावदार ट्रैक पर ट्रेन के प्रदर्शन की जांच की गई. इस ट्रेन में एक वातानुकूलित कुर्सी यान और एक पार्सल यान होगा, जिसमें 46 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था होगी और एक रैक में 6 टन सामान ढोया जा सकेगा.
180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस ट्रायल के सफल रहने पर डबल डेकर ट्रेन को नियमित रूप से यात्रियों और पार्सल परिवहन के लिए चलाने की योजना बनाई जाएगी.