
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड मामले में बड़ी जानकारी निकलकर सामने आई है. सुखदेव सिंह पर अंधाधुंध फायरिंग कर उनकी हत्या करने के बाद हमलावर वहां से एक स्कूटी छीनकर फरार हुए थे. इसके बाद दोनों हमलावरों ने रेलवे स्टेशन तक का सफर तय किया. फिर ट्रेन से कुचामन सिटी पहुंचे.
कुचामन सिटी रेलवे स्टेशन के पास ही नारायणपुर से डीडवाना के लिए रोडवेज बस पकड़ी. डीडवाना बस स्टैंड पर शाम को करीब 8:00 बजे पहुंचे. यहां से किराए की कार लेकर सुजानगढ़ तक का सफर तय किया. इस पूरे सफर के दौरान डीडवाना का अर्जुन सैनी नाम का युवक उनके साथ आया था.
'गाड़ी वहां पहुंचते ही वो दोनों पीछे की सीट पर बैठ गए'
अर्जुन सैनी ने हमलावरों की हर एक्टिविटी के बारे में डिलेट में बताया है. उसने कहा, 'परसों रात एक दोस्त का फोन आया कि डीडवाना से सुजानगढ़ तक दो सवारी छोड़नी हैं. मैं वाइफ को लेकर हॉस्पिटल गया था. इसके बाद वाइफ को छोड़कर पेट्रोल पंप पहुंचा. गाड़ी वहां पहुंचते ही वो दोनों पीछे की सीट पर बैठ गए'.
'वो दोनों दोस्त जिन्होंने फोन किया था, मैंने उनसे कहा कि आप भी साथ चलो, सुजानगढ़ छोड़कर साथ ही लौट आएंगे. इस पर वो दोनों भी साथ चल दिए. वहां से चलने के बाद जैसे ही एक पेट्रोल पंप आया, उन्होंने 15 सौ रुपये दिए तो हमने पेट्रोल डलवाया. इसके बाद उन्होंने कहा कि हिसार जाना है'.
'वहां जाकर उन्होंने कंडक्टर से कहा कि हिसार जाना है'
'इस पर मैंने कहा कि तब तो ट्रेन से चले जाओ. इस पर वो बोले कि ट्रेन से नहीं बस या टैक्सी से ही जाएंगे. इसके बाद हम सुजानगढ़ बस स्टैंड पहुंचे वहां बस खड़ी थी. उन्होंने कहा कि दिल्ली की बस है, यहां रोक दो. वहां जाकर उन्होंने कंडक्टर से कहा कि हिसार जाना है. इस पर कंडक्टर ने कहा कि हिसार के लिए कोई डायरेक्ट बस नहीं है. इसके बाद हम उनको वहां छोड़कर वापस लौट आए'.
'वो हमसे फ्रेंडली बात कर रहे थे. वापस आने के बाद रात में सो गया. सुबह होने पर पता चला कि ऐसी घटना हुई है. फिर न्यूज में देखा कि ये वही लोग हैं. फिर मैंने एक अंकल को पूरी बात बताई. इस पर उन्होंने कहा कि तुमको पुलिस की मदद करनी चाहिए. इस पर मैं थाने के लिए निकला. रास्ते में उन्होंने भनक ही नहीं लगने दी कि ऐसी घटना की है'.
'सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी हम पहले ले चुके हैं'
बता दें कि गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ली है. उसने फेसबुक पोस्ट में दावा किया कि किसी मामले में डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर गोगामेड़ी से उसका विवाद हुआ था. इसके साथ ही उसने ये भी लिखा कि इस वारदात के वक्त मारे गए नवीन सिंह शेखावत की कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी.
गोदारा ने लिखा है, ''राम राम सभी भाइयों को, मैं रोहित गोदारा कपूरीसर गोल्डी बरार. जैसा कि आपको पता है कि सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी हम पहले ले चुके हैं. हमारा भाई नवीन सिंह शेखावत शहीद हुआ है. इस बलात्कारी, अहंकारी और जातिवाद के नाम पर पॉलिटिक्स करने वाले लालची कु# को मारते हुए हमारे अजीज भाई की कुर्बानी हुई है. उसकी दिलेरी को हम सलाम करते हैं. उसे हम हमेशा याद रखेंगे. हमारा जो फर्ज है, उसे निभाएंगे.''
'साथ ही कई महत्वपूर्ण नाम भी इस मामले से जुड़े हुए हैं'
रोहित गोदारा ने आगे लिखा है, 'भाइयों इसको मारने का कारण ये है कि इससे हमारी डिस्ट्रीब्यूशन के एक मैटर को लेकर बात हुई थी. इसके साथ ही कई महत्वपूर्ण नाम भी इस मामले से जुड़े हुए हैं. यह बात हम इसलिए शेयर कर रहे हैं क्योंकि वो हमारे दुश्मन सिद्धू मूसेवाला के भी टच में था.'
बताते चलें कि रोहित गोदारा बीकानेर जिले के लूणकरणसर का रहने वाला है. साल 2010 से ही वो जरायम की दुनिया में सक्रिय है. छोटे-मोटे अपराध करने के बाद वो लॉरेंस के संपर्क में आया था. पुलिस का शिकंजा जब कसा तो वो साल 2022 में दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गया.