Advertisement

नकली IAS का कारनामा! 14 लोगों को दिया विधानसभा में नौकरी के लेटर 

जयपुर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के आगरा से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो खुद को आईएएस अधिकारी बताकर लोगों को नौकरी के नाम पर झांसा देता था. इस गैंग ने अब तक 14 छात्रों से करीब 70 लाख रुपये ठग लिए हैं.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 21 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 7:35 AM IST

राजस्थान की जयपुर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के आगरा से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो खुद को आईएएस अधिकारी बताकर लोगों को नौकरी के नाम पर झांसा देता था. इस गैंग ने अब तक 14 छात्रों से करीब 70 लाख रुपये ठग लिए हैं. शिकायत मिलने के बाद मुरलीपुरा थाना पुलिस ने आगरा में दबिश देकर दीपक जैन को गिरफ्तार किया है. पुलिस आरोपी से लगातार पूछताछ कर रही है.

Advertisement

डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि दीपक जैन (50) को मुखबिर से सूचना मिलने पर उत्तर प्रदेश के आगरा से गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ में सामने आया कि मास्टरमाइंड के कहने पर दीपक ने 2021 में सचिवालय के पास स्टैचू सर्किल पर फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर ठगी के लिए मीटिंग की थी.

पुलिस के अनुसार, इंडियन आर्मी के रिटायर्ड जवान मानसिंह ने 2023 में इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाई थी. उन्होंने बताया कि उनका भाई प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था, इसी दौरान उसकी मुलाकात अनिल कुमार मीणा से हुई. अनिल ने उसका संपर्क साढू कमल किशोर मीणा उर्फ मंटू मीणा और उसके साथियों से करवाया. इन लोगों ने खुद को बड़ा अधिकारी बताकर विधानसभा और सचिवालय में नौकरी दिलाने का झांसा दिया. इसी बहाने इन लोगों ने 14 छात्रों से करीब 70 लाख रुपये ठग लिए और फर्जी ऑफर लेटर जारी कर दिए.

Advertisement

इस ठगी के पीछे मास्टरमाइंड सुनील शर्मा और उसका साथी हैं. इन्होंने नौकरी लगवाने के नाम पर फर्जी आईएएस अधिकारी और डॉक्टर को हायर किया था. जॉब दिलाने के नाम पर छात्रों से लाखों रुपये की मांग की गई थी. फर्जी लेटर जारी करने के बाद फर्जी आईएएस दीपक कुमार जैन से मिलवाया जाता था, ताकि छात्रों को यकीन दिलाया जा सके कि सबकुछ असली है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement