
राजस्थान के उदयपुर में 5 युवकों ने जल्द अमीर बनने के लिए ठगी का हैरान कर देने वाला प्लान बनाया. सैकड़ों युवाओं को ठगी का शिकार बनाया. अश्लील तस्वीरें भेजकर मेंबरशिप लेने की बात कहते थे. इन्होंने इंस्टाग्राम और हेलो एप पर ऑनलाइन गर्लफ्रेंड स्कीम शुरू की थी. जैसे ही पुलिस को इसकी भनक लगी, पुलिस ने बोगस ग्राहक बनकर सभी को धर दबोचा.
पुलिस ने अनुसार, ये लोग सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर युवाओं को लड़कियों से फ्रेंडशिप करवाने का झांसा देते थे. इसके लिए HELO ऐप के जरिए और इंस्टाग्राम पर यूजर्स को टारगेट बनाते थे. उन्हें अश्लील फोटो भेजते थे. मेंबरशिप लेने के लिए कहते थे और जैसे ही यूजर रुपये ट्रांसफर करता, ये लोग उसे ब्लॉक कर देते.
गोवर्धनविलास थानाधिकारी अजय सिंह राव ने बताया कि डेढ़ महीने में 5 आरोपियों ने 200 लोगों से लाखों रुपए ठग लिए. बदनामी के डर से कोई भी सामने नहीं आता था. पुलिस ने बोगस ग्राहक बनकर इन्हें BDO कॉलोनी में किराए के मकान से पकड़ा है.
कई सरकारी परीक्षाओं के एग्जाम दे चुका है सत्यम
आरोपियों में भानुप्रताप सिंह (27 साल) और सत्यम सिंह (28 साल) और मोहित (26 साल) आगरा व राहुल व्यास (26 साल) करौली और अमुल अहिरवार (24 साल) छतरपुर का रहने वाला है. थानाधिकारी की माने तो आरोपी सत्यम ने पूछताछ में बताया कि वो कई सरकारी एग्जाम दे चुका था. मगर, पास नहीं हुआ. इसके बाद उसने ठगी करने की योजना बनाई.
मेल ही नहीं, फीमेल यूजर्स को भी बनाते थे शिकार
उसने अपने साथ भानु और राहुल को भी जोड़ा. डेढ़ महीने पहले ही इन्होंने उदयपुर के बलीचा स्थित BDO कॉलोनी में किराए पर मकान लिया था. यहां से ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे. ये पांचों अलग-अलग मोबाइल फोन से चैटिंग करते और लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे. कई बार झांसे में आई महिलाओं और युवतियों को भेजने के लिए फर्जी स्क्रीनशॉट थे.
'इस वजह से छोटे-छोटे अमाउंट में रुपये लेता था'
फ्रेंडशिप हो जाने पर कमाई लालच भी देते थे. पुलिस ने जब इन्हें पकड़ा तो इनके फोन से यूजर को भेजी जाने वाली अश्लील तस्वीरें और स्क्रीनशॉट मिले थे. पुलिस के अनुसार, आरोपी मेल यूजर्स ही नहीं बल्कि फीमेल यूजर्स को भी ठगते थे. आरोपियों ने इंस्टाग्राम पर डेटिंग ऐप के विज्ञापन जारी किए थे. इसमें लड़कियों को ऑनलाइन बॉयफ्रेंड और लड़कों को ऑनलाइन गर्लफ्रेंड बनाने का झांसा दिया जाता था.
'शिवानी और रिया नाम से अकाउंट बना रखा था'
जैसे ही यूजर्स इनके खाते में रुपये जमा करते, ये लोग उन्हें ब्लॉक कर देते थे. बदनामी के डर से कोई भी इनके खिलाफ शिकायत नहीं करता था. मास्टरमाइंड सत्यम ने पूछताछ में बताया कि ये लोग छोटे-छोटे अमाउंट में रुपये लेते थे. ताकि ठगी होने के बाद छोटी रकम होने के कारण कोई शिकायत न करे.
गोवर्धनविलास थानाधिकारी अजय सिंह राव ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में ये बात सामने आई है कि उदयपुर आते ही ये लोग ठगी में जुट गए थे. आरोपियों ने ट्रूकॉलर पर शिवानी नाम से आईडी बना रखी थी. वहीं रिया नाम से इंस्टाग्राम पर एक अकाउंट भी बना रखा था. ये लोग लड़की बनकर लड़कों से चैट करते थे. अब पुलिस आरोपियों के फोन खंगाल रही है. ताकि कितने लोगों से ठगी हुई, इसका पता लगाया जा सके.