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राजस्थानः चुनावी साल में बढ़ी कांग्रेस की मुसीबत, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने छोड़ी पार्टी, आज बीजेपी में होंगे शामिल

राजस्थान में इसी साल चुनाव होने हैं और चुनावी साल में कांग्रेस की मुसीबतें बढ़ती नजर आ रही हैं. सचिन पायलट ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है वहीं अब एक पूर्व केंद्रीय मंत्री ने गहलोत सरकार पर चुनावी वादे भुला देने का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी है.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (फाइल फोटोः पीटीआई) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (फाइल फोटोः पीटीआई)
शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 19 मई 2023,
  • अपडेटेड 10:08 AM IST

राजस्थान में इसी साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं और चुनावी साल में नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट अपनी ही पार्टी की सरकार को लगातार घेर रहे हैं. वहीं, राजस्थान कांग्रेस को अब बड़ा झटका लगा है. एक पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पार्टी छोड़ दी है.

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ग्रामीण विकास, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. महरिया ने अपना इस्तीफा कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेज दिया है. सुभाष महरिया के आज ही यानी 19 मई को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने की चर्चा है.

सुभाष महरिया ने कांग्रेस अध्यक्ष को भेजे अपने इस्तीफे में राजस्थान सरकार पर जमकर हमला बोला है. अपने इस्तीफे में महरिया ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद कार्यकर्ताओं के साथ धरातल पर मेहनत का उल्लेख करते हुए कहा है कि इसकी बदौलत पार्टी को सीकर लोकसभा क्षेत्र की आठ सीटों पर जीत मिली और सूबे में पार्टी की सरकार भी बनी.

उन्होंने गहलोत सरकार को घेरते हुए कहा कि हमने गांव-गांव जाकर लोगों को ये विश्वास दिलाया था कि कांग्रेस सरकार बनने पर चुनाव घोषणा पत्र में किए गए सभी वादे पूरे किए जाएंगे. महरिया ने अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कर्जमाफी और बेरोजगारी के वादों पर भरोसा करके वोट देने वाला किसान और युवा ठगा महसूस कर रहा है. उन्होंने सरकार पर सभी वादे भुला देने का भी आरोप लगाया है.

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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने 2019 के आम चुनाव में सूबे की सभी 25 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस की हार का जिक्र करते हुए कहा है कि इतने साल बीत गए लेकिन आज तक इसे लेकर कोई समीक्षा बैठक नहीं हुई. उन्होंने जमीनी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का भी आरोप लगाया है और कहा है कि इस परिस्थिति में पार्टी के साथ जुड़े रहकर काम करना संभव नहीं है.

सचिन पायलट ने खोल रखा है मोर्चा

गौरतलब है कि सचिन पायलट ने भी अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. सचिन पायलट, वसुंधरा राजे की सरकार के समय हुए भ्रष्टाचार के साथ ही पेपर लीक और अन्य मुद्दों पर भी अशोक गहलोत की सरकार को घेरते रहे हैं. हाल ही में पायलट ने अजमेर से जयपुर तक पांच दिन की जन संघर्ष यात्रा निकाली थी.

 

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