
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले की पॉक्सो अदालत ने नाबालिग लड़की से गैंगरेप और हत्या के मामले में दो लोगों को मौत की सजा सुनाई है. वहीं, सबूत नष्ट करने के सात अन्य आरोपियों को अदालत ने बरी कर दिया. हालांकि, इसके खिलाफ अभियोजन पक्ष हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगा.
बता दें कि पिछले साल एक नाबालिग लड़की से गैंगरेप करने और उसे कोयला भट्टी में जिंदा जलाने के मामले में सोमवार (20 मई) को दो लोगों को मौत की सजा सुनाई गई है. इस सजा के बारे में जानकरी देते हुए विशेष लोक अभियोजक महावीर सिंह किशनावत ने कहा, "अदालत ने कालू और कान्हा को मौत की सजा सुनाई है."
वकील ने बताया कि अदालत ने शनिवार को कालू और कान्हा को पिछले साल अगस्त में हुए अपराध के लिए दोषी ठहराया था. वहीं, सबूत नष्ट करने के सात अन्य आरोपियों को अदालत ने बरी कर दिया. हालांकि, बरी किए जाने को उच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी.
गौरतलब है कि 14 वर्षीय लड़की पिछले साल 2 अगस्त को उस समय लापता हो गई थी जब वह मवेशी चराने गई थी. तभी कालू और कान्हा ने लड़की के साथ दुष्कर्म किया और उसे कोयले की भट्ठी में फेंक दिया. शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया और जल्द ही दोनों को पकड़ लिया गया. मामला भीलवाड़ा जिले की पॉक्सो अदालत में चला, जहां सुनवाई के बाद आज जज ने कालू और कान्हा को मौत की सजा दी.
पुलिस ने जब पूछताछ की तो पता चला कि दोनों ने नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप किया था. इसके बाद उसके सिर पर वार किया, जिससे बच्ची बेहोश हो गई. फिर उसे भट्टी में झोंक दिया. कुछ बॉडी पार्ट्स तालाब में फेंक दिए. पुलिस ने जब भट्टी की छानबीन की तो राख से बच्ची का हाथ का कंगन और पंजे की हड्डियां बरामद हुई थीं. सख्ती बरतने पर दोनों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया था.