
राजस्थान के सीकर में हुई गैंगस्टर राजू ठेठ की हत्या में शामिल 4 आरोपियों की पहचान पुलिस ने कर ली है. चारों शूटर्स हरियाणा के रहने वाले हैं. पुलिस सूत्रों ने बताया कि दो आरोपियों हिमांशु और सतीश ने राजू ठेठ हाउस के सामने स्थित सीएलसी कोचिंग में रजिस्ट्रेशन कराया था.
सीकर की इस गैंगवार में शामिल चार आरोपियों की पहचान हिमांशु, सतीश, जतिन और नवीन उर्फ बॉक्सर के रूप में हुई है. राजू ठेठ की सीकर के उद्योग नगर में उनके घर के पास ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
वारदात का वीडियो भी आया सामने
वारदात का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि बदमाश खुलेआम फायरिंग कर रहे हैं. वीडियो में चार आरोपी दिखाई दे रहे हैं. चारों के हाथ में हथियार हैं. आरोपी जैसे ही राजू ठेठ पर गोलियां बरसाते हैं, वहां भगदड़ मच जाती है. गोलियों की तड़तड़ाहट सुनकर लोग भागने लगते हैं. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी बड़े आराम से आगे की ओर बढ़ते हैं. इस दौरान एक आरोपी हवाई फायर भी करता है.
आनंदपाल गैंग से चल रही थी रंजिश
जानकारी के मुताबिक, राजू ठेठ की पहले आनंदपाल गैंग में रंजिश चल रही थी. सूत्रों के मुताबिक फिलहाल आनंदपाल गैंग और लॉरेंस बिश्नोई गैंग एक साथ मिलकर कर काम रहे थे. लॉरेंस गैंग के हिस्ट्रीशीटर रोहित गोदारा ने राजू ठेठ की मौत की जिम्मेदारी ली है. साथ ही कहा है कि आनंदपाल और बलवीर की हत्या का बदला लिया है.
रोहित गोदारा ने ली हत्या की जिम्मेदारी
रोहित गोदारा नाम से फेसबुक आईडी से इस हत्या की जिम्मेदारी ली गई है. इसमें जिक्र किया गया है कि आनंदपाल और बलबीर बानूड़ा की हत्या का बदला लिया है. रोहित गोदारा ने लिखा है कि मैं हत्या की जिम्मेदारी लेता हूं बदला पूरा हुआ. वारदात की जिम्मेदारी लेने वाले रोहित गोदारा फिलहाल अजरबैजान से लॉरेस और गोल्डी की क्राइम कंपनी को ऑपरेट करता है, यह भारत में वांटेड है. दीपक टीनू को फ़रारी के दौरान शेल्टर और ग्रेनेड देने में रोहित का हाथ था.
नागौर के किसान की गैंगवार में मौत
बता दें कि इस गैंगवॉर में प्राइवेट कोचिंग संस्थान में कोचिंग करने आई छात्रा के पिता की भी मौत हुई है. छात्रा नागौर जिले के छोटी खाटू थाना इलाके की रहने वाली है. वह सीकर में एक निजी कोचिंग संस्थान में नीट की तैयारी कर रही थी और यहां एक निजी हॉस्टल में रह रही थी. उसके पिता छात्रा से मिलने के लिए सीकर आए थे और उन्होंने कोचिंग संस्थान के पास अपनी गाड़ी खड़ी कर रखी थी.