
गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की श्रद्धांजलि सभा में राजस्थान के मंत्री अशोक चांदना पर जूते-चप्पल फेंकने के मामले में सियासत तेज हो गई है. अशोक चांदना मंगलवार को अपने विधानसभा क्षेत्र हिंडोली में थे. यहां उन्होंने कहा कि सचिन पायलट पर मैंने इसलिए आरोप लगाया है क्योंकिकि जो लोग उनके साथ रहते हैं या उनके नारे लगाते हैं, वही लोग मेरे ऊपर चप्पल फेंक रहे थे. उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर बीजेपी नेताओं ने मंच पर खूब मजे लिए और अब ट्वीट कर मजे ले रहे हैं.
खेल मंत्री ने सोमवार को घटना के बाद ट्वीट किया था- मुझ पर जूता फेंकवाकर सचिन पायलट अगर मुख्यमंत्री बने तो जल्दी से बन जाए क्योंकि आज मेरा लड़ने का मन नहीं है.जिस दिन मैं लड़ने पर आ गया तो फिर एक ही बचेगा और यह मैं चाहता नहीं हूं.
पुलिस ने 5 के खिलाफ दर्ज किया केस
पुष्कर में मंत्री पर जूते-चप्पल फेंकने के मामले को पुलिस ने खुद संज्ञान ले लिया है. उसने इस मामले में पांच नामजद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने आरोपी गोपाल गुर्जर, गिरधारी गुर्जर, सांवर लाल गुर्जर, विक्की गुर्जर, जगमाल गुर्जर के खिलाफ उत्पात मचान, झंडे दिखाने, बोतल फेकने, मंच पर चप्पल फेकने के आरोप में धारा 353-427-352-143-336 में केस दर्ज किया है. एएसआई श्रवण कुमार पूरे मामले की जांच कर रहे हैं.
खेलमंत्री ने घटना के बाद किए थे दो ट्वीट
- आज एक अद्भुत नजारा देखने को मिला 72 शहीदों के मारने के आदेश देने वाले (तत्कालीन मंत्रिमंडल सदस्य) राजेन्द्र राठौड़ साहब के मंच पर आने पर तालिया बजी और जिनके परिवार के लोग आंदोलन में जेल गए उन पर जूते फेंके गए.
- जिस मंच पर जूते फेंके गए उस पर शहीदों के परिवारजन बैठे थे कम से कम उनका तो ख्याल कर लेते. कर्नल साहब की अंतिम स्मृति को ऐसे कलंकित करने वाले लोग कितना दूर तक जाएंगे यह तो वक्त बताएगा.
बैंसल का कल किया गया अस्थि विसर्जन
अजमेर के पुष्कर में सोमवार को कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम के दौरान हंगामा हो गया था. दरअसल कार्यक्रम में कांग्रेस नेता सचिन पायलट को नहीं बुलाया गया था, जिससे उनके समर्थक नाराज हो गए थे. जब खेल मंत्री चांदना मंच पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का संदेश पढ़ने लगे तो भीड़ पायलट जिंदाबाद के नारे लगाने लगी.
इस बीच उन्होंने अशोक चांदना की ओर जूते- चप्पल भी फेंकने शुरू कर दिए. लोग हाथों में जूते-चप्पल लहरा रहे थे. हालात ऐसे बन गए थे कि आधे घंटे तक सभा बंद करनी पड़ गई. इसके बाद बीजेपी नेताओं ने मंच संभाला लेकिन तब मंच पर कांग्रेस का कोई नेता नहीं था.
सभा में पहुंचे थे गहलोत के करीबी
बीजेपी नेता और कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के बेटे विजय बैंसला ने इस सभा का आयोजन किया था. दोनों ही दो दिनों से लगातार सचिन पायलट के खिलाफ बोल रहे थे. इस सभा को लेकर गुर्जरों में बात फैल गई कि यह सभा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और बीजेपी मिलकर कर रही है, जिसमें पायलट को अलग रखा गया है.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया समेत बीजेपी के सभी नेता मौजूद थे जबकि कांग्रेस के तरफ से गहलोत के करीबी गुर्जर मंत्री अशोक चांदना, शकुंतला रावत और जोगिंदर आवारा शामिल हुए थे. गहलोत के करीबी और पायलट के खिलाफ रणनीति बनाने वाले के नाम से जाने वाले पर्यटन विकास निगम चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ भी बाद में गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को लेकर सभा में पहुंच गए. इन सबको एक साथ देखकर भीड़ और उखड़ गई.
दूसरे नेता का नाम लेने पर पकड़ लेगी पुलिस
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गहलोत की सभाओं में विधायकों से घोषणा करवाई जा रही है कि पायलट का नाम लिया तो पुलिस पकड़ कर ले जाएगी. बाबूलाल नागर निर्दलीय विधायक ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सभा में कहा कि जो सीएम के अलावा दूसरे नेता के नारे लगाएगा, उसे पुलिस पकड़ कर ले जाएगी. इसे लेकर भी राजनीतिक गलियारों में बवाल मचा गया है.
पायलट खेमा आरोप लगा रहा है कि ये साजिशन पायलट को बदनाम करने के लिए करवाया जा रहा है, जबकि गहलोत खेमे ने इसकी पूरी रिपोर्ट दिल्ली भेज दी है. पायलट ने पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है.