
राजस्थान में पेपर लीक मामले के खिलाफ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने नौजवानों की भीड़ के साथ मुख्यमंत्री आवास की तरफ कूच किया. इस दौरान पुलिस के रोके जाने पर हनुमान बेनीवाल और उनके समर्थकों के साथ पुलिस की आधे घंटे से ज्यादा समय तक सड़क पर संग्राम चला.
सांसद हनुमान बेनीवाल ने आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यालय और उनके निजी सचिव पर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय में लगे आईएएस अधिकारी अमित ढाका और उनके OSD देवाराम सैनी का पेपर लीक माफियाओं के साथ संबंध है. हनुमान बेनीवाल ने कहा कि इसी वजह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पेपर लीक की जांच नहीं करवा रहे हैं, क्योंकि पूरी सरकार इस जांच में फंस जाएगी.
कांग्रेस के साथ BJP पर साधा निशाना
सांसद बेनीवाल ने अपने प्रदर्शन के दौरान BJP को भी घेरा और कहा कि BJP जान बूझकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ प्रदर्शन नहीं कर रही है या फिर CBI जांच नहीं करवा रही है. बेनीवाल ने कहा, BJP चाहती है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री बने रहें, ताकि चुनाव जीतने में आसानी हो.
हनुमान बेनीवाल ने इन नेताओं को दी नसीहत
इस मामले को लेकर सबसे ज्यादा हनुमान बेनीवाल का राजनैतिक दावा चर्चा में रहा, जब उन्होंने BJP नेता किरोड़ी लाल मीणा और कांग्रेस नेता सचिन पायलट को अपनी पार्टी छोड़कर अपने साथ आने का न्योता दिया है और कहा कि ये तीनों नेता राजस्थान में जनाधार वाले हैं. उन्होंने कहा कि यह तीनों अगर मिलकर चुनाव लड़ते हैं तो BJP और कांग्रेस को हरा देंगे और 140 सीटें आएंगी.
तीनों दल मिलकर बनाएंगे नई सरकार
बेनीवाल ने कहा कि डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा सड़क पर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन BJP में सम्मान नहीं मिल रहा है जबकि सचिन पायलट जनता के बीच लोकप्रिय हैं. लेकिन कांग्रेस में सम्मान नहीं मिल पा रहा है. इसलिए अपनी-अपनी पार्टियों को छोड़कर नई पार्टी बनानी चाहिए और तीनों ही पार्टियां को मिलकर राजस्थान में अगली सरकार बनेगी.