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बाड़मेर के हिस्ट्रीशीटर की सड़क हादसे में मौत, 19 घंटे पहले पुलिस ने फ्रीज की थी 2 करोड़ की संपत्ति

बाड़मेर के हिस्ट्रीशीटर वीरधाराम की उत्तर प्रदेश के कानपुर हाईवे पर सड़क हादसे में मौत हो गई. वह गया (बिहार) धार्मिक अनुष्ठान के लिए जा रहा था. एक दिन पहले ही पुलिस ने उसकी 2 करोड़ की अवैध संपत्ति फ्रीज की थी. पुलिस ने अवैध कमाई से अर्जित संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है.

आगे जा रहे ट्रक से टकरा गई कार. आगे जा रहे ट्रक से टकरा गई कार.
दिनेश बोहरा
  • बाड़मेर,
  • 11 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 5:52 PM IST

राजस्थान के बाड़मेर जिले के हिस्ट्रीशीटर वीरधाराम की सड़क हादसे में मौत हो गई है. यह घटना उत्तर प्रदेश के कानपुर एक्सप्रेस हाईवे पर हुई, जब उसकी स्विफ्ट कार ट्रक से टकरा गई. हादसे में उसके दो साथी भी गंभीर रूप से घायल हो गया. हादसे की खबर के बाद परिवार में मातम छा गया है.

जानकारी के मुताबिक, हिस्ट्रीशीटर वीरधाराम अपने दो दोस्तों के साथ स्विफ्ट कार में सवार होकर बिहार के गया धार्मिक अनुष्ठान के लिए जा रहा था. इसी दौरान यूपी के कानपुर एक्सप्रेस हाईवे पर बल्हौर के पास मंगलवार सुबह करीब 7 बजे स्विफ्ट कार आगे जा रहे ट्रक से टकरा गई. इस हादसे में हिस्ट्रीशीटर वीरधाराम और उसके दो साथी गंभीर रूप से घायल हो गए. तीनों को कानपुर के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां वीरधाराम की मौत हो गई. 

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एक दिन पहले ही फ्रीज हुई थी संपत्ति

वीरधाराम बाड़मेर सदर थाने का हिस्ट्रीशीटर था, जिस पर एनडीपीएस, मारपीट और आर्म्स एक्ट के तहत 10 आपराधिक मामले दर्ज थे. अवैध मादक पदार्थों की तस्करी से उसने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की थी. पुलिस ने सोमवार को उसकी 2 करोड़ की संपत्ति फ्रीज कर दी थी, जिसमें एक आलीशान बंगला, क्रेटा कार और तीन स्लीपर कोच बसें शामिल थीं.

पुलिस जांच और कार्रवाई

पुलिस का कहना है कि वीरधाराम ने अपनी पत्नी के नाम पर वी.आर. सियोल कंस्ट्रक्शन कंपनी खोली थी, जिसके जरिए कालेधन को सफेद करने की कोशिश की जा रही थी। पुलिस ने उसकी संपत्तियों की पूरी जांच कर एनडीपीएस एक्ट के तहत नई दिल्ली में आवेदन भेजा है. पुलिस कार्रवाई के दौरान हिस्ट्रीशीटर विरधाराम घर पर नहीं था. 

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बाड़मेर एएसपी जस्सा राम बोस ने बताया था कि विरधाराम सदर थाने का हिस्ट्रीशीटर है. आरोपी ने मादक पदार्थों की तस्करी कर अवैध संपत्ति अर्जित की है. अगर कोई ऐसा कृत्य करता है, तो उसके खिलाफ 68 एफ (2) के तहत संपत्ति फ्रीज की जाती है. कागजी कार्रवाई के बाद पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर का एक बंगला, क्रेटा कार, 3 स्लीपर बसें फ्रीज कर दी हैं. नियमानुसार अवैध संपत्ति पर बोर्ड भी लगा दिया गया है. भविष्य में इस संपत्ति को न तो बेचा जा सकेगा और न ही गिरवी रखा जा सकेगा. हां, इसमें परिवार के सदस्य जरूर रह सकेंगे. एएसपी के अनुसार जिले के अन्य हिस्ट्रीशीटर आरोपियों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है. बता दें कि हिस्ट्रीशीटर विरधाराम जमानत पर था.

सदर थाना प्रभारी सत्यप्रकाश विश्नोई ने बताया कि पुलिस ने फ्रीज किए गए वाहनों पर कार्रवाई के लिए आरटीओ को पत्र लिखा है. आरटीओ वाहनों को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई करेगा. इसके बाद वाहनों को बेचा या ट्रांसफर नहीं किया जाएगा. विश्नोई के अनुसार  वीरधाराम फिलहाल जमानत पर था. लेकिन, पुलिस कार्रवाई के दौरान वह घर पर नहीं मिला.

अवैध पाई गई संपत्ति

पुलिस के अनुसार, वीरधरम की सभी संपत्तियों का ब्यौरा और दस्तावेज एकत्रित कर पुलिस द्वारा नई दिल्ली में एनडीपीएस एक्ट के सक्षम अधिकारी और प्रशासन को आवेदन भेजा गया है. इन सभी का पूरा विश्लेषण करने के बाद पता चला कि हार्डकोर अपराधी वीरधरम ने अवैध रूप से करीब 2 करोड़ रुपए की संपत्ति अर्जित की है.

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