
स्थान: राजस्थान के जोधपुर का जालौरी गेट चौराहा. तारीख: 2 मई 2022. समय: रात करीब 10 बजे. चौराहे पर बने सर्किल के चारों ओर वाहनों का कोलाहल मच रहा था. इसी बीच एक सफेद रंग की कार साइड में रुकती है. पहले से वहां खड़े 15 से 20 युवक इस गाड़ी से धार्मिक झंडे निकालकर लहराने लगते हैं. तभी एक के बाद एक तकरीबन 50 नौजवान चौराहे पर जमा हो जाते हैं. फिर सभी झंडों को लेकर सर्किल के चारों ओर लगाने लगते हैं. इस दौरान कुछ उत्साही युवा चौराहे के बीचों-बीच लगी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की मूर्ति पर एक बड़ा झंडा बांधने लगते हैं. उसी चौराहे पर खड़े तीन लोग इसका विरोध करने लगते हैं. इससे झंडा लगानेवालों के नीचे खड़े साथी भड़क उठे और विरोधियों की जमकर पिटाई कर डाली. सूचना पर पिटनेवालों के भी समर्थक भी मौके पर पहुंच गए. दोनों पक्षों के बीच जबरदस्त मारपीट, पथराव शुरू हो जाता है. कुछ देर बाद पुलिस बल पहुंचता है और जैसे-तैजे शांति कायम करा लेता है. लेकिन यह शांति कुछ घंटे बाद ही फिर उपद्रव में बदल जाती है...
दरअसल जोधपुर के जालोरी गेट चौराहे पर बने सर्किल में दो दिन पहले से परशुराम जयंती पर भगवा झंडा लगा था. 2 मई की शाम प्रशासन की मीटिंग में तय हुआ कि 3 मई को ईद मनाई जाएगी, इसलिए यहां हर साल की तरह ईद मनाने दी जाए. ईद पर मुसलमान हर साल की तरह झंडा लगाएंगे और लाउडस्पीकर लगाएंगे. यह परमिशन एक दिन के लिए थी. बीजेपी के नेताओं और नगर निगम की सहमति से यह सब तय हुआ था.
- 2 मई की शाम 7 बजे चांद-तारे छपे ईद के झंडे और लाउडस्पीकर लग गए. रात को शहर में अफवाह फैली कि पाकिस्तान के झंडे लगा दिए गए हैं. दो निजी चैनलों के पत्रकार मौके पर गए. रात 12 बजे दोनों निजी चैनल के पत्रकारों ने बीजेपी की मेयर विनीता सेठ समेत बीजेपी के नेताओं को कॉल किया कि स्वतंत्रता सेनानी की मूर्ति का चेहरा मुसलमानों ने काले टेप से पैक कर दिया है.
- इस सूचना के बाद रात 12 बजे बड़ी संख्या में बीजेपी के लोग मौके पर पहुंच गए. मुसलमानों के ईद के झंडे उखाड़ दिए और लाउडस्पीकर नोच डाले गए. यह वीडियो मुस्लिमों में वायरल हुआ तो रात एक बजे बड़ी संख्या में जालौरी गेट पहुंचे और पथराव हुआ.
- रात एक बजे से दो बजे तक भीड़ को क़ाबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किए और आंसू गैस के गोले छोड़े. प्रशासन ने बीजेपी नेताओं और मुसलमानों के बीच सुलह करा दी और तय हुआ कि सुबह की नमाज शांति से होगी. एहतियातन मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया.
- सुबह 8:30 बजे मुसलमान ईद की नमाज पढ़ने आए तो चौराहे पर भगवा झंडा लहरा रहा था. इससे गुस्साए लोगों ने पुलिस पर ही पथराव शुरू कर दिया. इलाके में दर्जनों गाड़ियों के कांच फोड़ दिए गए. चौराहे से फैला यह उत्पात फिर गलियों में पहुंच गया. पुलिस ने उन्हें लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर खदेड़ा और इलाके को खाली करवाया. बाद में प्रशासन ने भगवा झंडा हटाकर तिरंगा लगा दिया.
- उपद्रवी झुंड बनाकर जालोरी गेट से लेकर शनिश्चरजी के थान के रास्ते में तोड़फोड़ करने लगे. इसके बाद कबूतरों का चौक मोहल्ला में जमकर उत्पात और लूट मचाई गई. रास्ते में खड़ी गाड़ियों को भी आग लगा दी गई.
- सुनारों का बास इलाके में भी उपद्रवी घुस गए, जहां उनकी दुकान खोलकर बैठे ज्वैलर्स से भिड़ंत होने लगी. दोनों तरफ से पथराव हुआ. दिन में 10 बजे बीजेपी के नेता सुनारों का बास मोहल्ला पहुंचे और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने हनुमान चालीसा का पाठ किया. कुछ देर में क्षेत्र की विधायक मनीषा पंवार भी वहां पहुंच गईं.
- लोगों से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री शेखावत ने जोधपुर पुलिस पर बड़े आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि कि उपद्रवियों ने मंगलवार को नमाज के बाद कई स्थानों पर तोड़फोड़ की, घरों और दुकानों पर पत्थरबाजी की महिलाओं के साथ बदसलूकी की और लोगों पर चाकुओं और तलवारों से हमले किए, लेकिन पुलिस मूक दर्शक बनी रही. उन्होंने कहा यदि इस मामले में प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई तो हम जालोरी गेट पर धरना दें. हजारों की संख्या में लोगों के साथ बैठेंगे.
- इसी बीच शहर में पुष्टिकर स्कूल के पास उपद्रवियों की टोली ने एक सड़क पर खड़ी गाड़ी को आग लगाकर फूंक डाला. सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास के घर भी उपद्रवियों ने नारेबाजी की. यह तनाव मंगलवार को करीब 2:30 बजे तक जारी रहा.
- हिंसा बढ़ती देख राजधानी जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपना जन्मदिन कार्यक्रम रद्द कर दिए. आनन-फानन में सीएमओ यानी मुख्यमंत्री दफ्तर पहुंचे. गृह राज्य मंत्री डॉ सुभाष यादव, एसीएस होम अभय कुमार, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर हवा सिंह घुमारिया को चौपर के जरिए जोधपुर के लिए रवाना किया.
- राजधानी से गृह विभाग के राज्य मंत्री और पुलिस बड़े अफसरों के आते जोधपुर में सख्ती तेज की गई. इसी के तहत 4 मई की मध्यरात्रि यानी 36 घंटे तक 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाने का ऐलान कर दिया गया. वहीं शहर में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं, ताकि अफवाहें न फैलाई जा सके.
- सोमवार और मंगलवार को हुए उपद्रव मामले में बुधवार दोपहर तक अब तक 97 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. सीसीटीवी फुटेजों के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है. बता दें कि हिंसक झड़पों में 4 पुलिसकर्मियों सहित घायल 16 लोगों का इलाज जारी है. स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन की मदद भी ली जा रही है.
- बताया जा रहा है कि राजस्थान में इंटेलिजेंस ने 2 मई को ही जयपुर और जोधपुर में सांप्रदायिक तनाव को लेकर अलर्ट जारी किया था. जिसमें सांप्रदायिक झगड़े का अंदेशा जताया गया था. मगर जोधपुर प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया.