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पुलिस ने घेरा तो बदमाश ने खुद को मारी गोली, अब दोस्तों को फोन कर बताया जिंदा हूं

राजस्थान के कोटा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया हैं. जहां एक अपराधी को जब पुलिस वालों ने घेर लिया तो उसने खुद को गोली मार ली थी. हालांकि, पुलिस को उसकी डेडबॉडी नहीं मिली. वहीं, अब अपराधी ने दोस्तों को फोन कर बताया है कि मैं जिंदा हूं. जिसके बाद से पुलिस उसकी तलाश शुरू कर दी है.

सांकेतिक तस्वीर(Meta AI) सांकेतिक तस्वीर(Meta AI)
aajtak.in
  • कोटा,
  • 04 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 7:33 AM IST

राजस्थान के कोटा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया हैं. जहां एक अपराधी को जब पुलिस वालों ने घेर लिया तो उसने खुद को गोली मार ली थी. हालांकि, पुलिस को उसकी डेडबॉडी नहीं मिली. जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. वहीं, अब पुलिस को जानकारी लगी है कि अपराधी जिंदा है. इस बात की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को दी.

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एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऐसा माना जा रहा था कि रुद्रेश उर्फ ​​आरडीएक्स ने रविवार को खुद को गोली मार ली थी. पुलिस को ऐसा तब लगा, जब पुलिस ने उसे और उसके एक साथ को घर में छिपे होने के दौरान घेर लिया था. क्योंकि जिस वक्त गोली चली, उस वक्त अपराधी के साथ मौजूद उसका दोस्त प्रीतम गोस्वामी ऊर्फ टीटी मृत पाया गया था.

पुलिस उपाधीक्षक लोकेंद्र पालीवाल ने बताया कि मृत व्यक्ति को शवगृह ले जाया गया, जहां सोमवार को उसके परिवार के सदस्यों ने उसकी पहचान प्रीतम गोस्वामी उर्फ ​​टीटी के रूप में की. वहीं, डीएसपी ने बताया कि कथित तौर पर रुद्रेश ने सोमवार सुबह अपने एक दोस्त को अपने जीवित होने की सूचना दी थी.

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जिसके बाद दोस्त उसके ने जीवित होने की सूचना परिवार के सदस्यों को दी. अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, पुलिस टीम के वहां पहुंचने से कुछ मिनट पहले ही रुद्रेश अपने ठिकाने से भाग गया था.

छापेमारी के दौरान पुलिस ने घर से तीन हथियार भी बरामद किए. बूंदी जिले के मूल निवासी गोस्वामी कई सालों से कोटा में अपने माता-पिता के साथ रह रहे थे. उनके खिलाफ अलग-अलग पुलिस थानों में 15 से ज्यादा मामले दर्ज थे.

बता दें कि महावीर नगर थाने के अंतर्गत आने वाले एक इलाके में 26 जनवरी को एक पान दुकान के मालिक के भाई पर बंदूक से गोली चलाने के मामले में रुद्रेश और उसके तीन साथी वांछित थे.

चारों लोग एक कार में सवार थे और उन्होंने दुकान के मालिक से सिगरेट मांगी थी. जब उस व्यक्ति ने मना कर दिया, तो उनमें से एक ने कार के अंदर से गोली चला दी और दुकान के मालिक के भाई पवन सिंह को घायल कर दिया.

वह फिलहाल यहां न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपचाराधीन है. चारों में से एक रजनीश पोटर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. रुद्रेश अभी भी फरार है और उसे पकड़ने के लिए तलाश जारी है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. 

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