
करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले में अब नए-नए खुलासे हो रहे हैं. दोनों शूटर नितिन फौजी और रोहित राठौर के पकड़े जाने के बाद इसमें एक लेडी डॉन पूजा सैनी और उसके पति महेंद्र मेघवाल की अहम भूमिका भी सामने आई है.
पूजा और महेंद्र ने ना सिर्फ गोगामेड़ी की हत्या से करीब एक हफ्ते पहले अपने फ्लैट में नितिन फौजी के रुकने की व्यवस्था की थी बल्कि दोनों पति-पत्नी ने ही हत्या के लिए जिगाना पिस्टल जैसे हथियार का भी इंतजाम किया था.
2018 में महेंद्र से मिली थी पूजा सैनी
गोगामेड़ी की हत्या में पूजा सैनी की संलिप्तता सामने आने के बाद एडिशनल कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने बताया कि उसका पति महेंद्र कोटा का हिस्ट्रीशीटर है. महेंद्र साल 2018 में पहली बार पूजा सैनी से कोटा में मिला था और उसके बाद दोनों ने साल 2022 में मंदिर में शादी कर ली थी.
दोनों के बीच फेसबुक से बातचीत की शुरुआत हुई थी जो बाद में प्यार में बदल गई. पूजा सैनी पढ़ाई के लिए जयपुर आई थी लेकिन महेंद्र के संपर्क में आने के बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी थी.
हथियार सप्लाई के दौरान महेंद्र पूजा को रखता था साथ
हथियार सप्लाई के काम के दौरान महेंद्र और पूजा सैनी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आए थे और फिर उनके लिए काम करने लगे. पुलिस को जांच में पता चला है कि बदमाशों को हथियार की तस्करी के दौरान महेंद्र लग्जरी कार में पत्नी पूजा सैनी को साथ रखता था ताकि पुलिस या किसी अन्य शख्स को शक ना हो. महेंद्र की ये दूसरी शादी थी.
फर्जी आईडी का इस्तेमाल करते थे पूजा और महेंद्र
जांच में ये भी सामने आया है कि गोगामेड़ी हत्याकांड में शूटरों के पकड़े जाने के बाद महेंद्र हथियारों का पूरा जखीरा लेकर फ्लैट से फरार हो गया. पूजा और महेंद्र हथियार की सप्लाई के दौरान फर्जी आईडी का इस्तेमाल करते थे और नाम बदलकर ठहरते थे.
मोबाइल में AK-47 राइफल की तस्वीर
पुलिस को पूजा सैनी और महेंद्र के फ्लैट से कई अहम सबूत मिले हैं. पूजा के मोबाइल के मेमोरी कार्ड में AK-47 राइफल की तस्वीर मिली है. ये तस्वीर जगतपुर के फ्लैट पर ही जून 2023 में ली गई थी. वो AK-47 राइफल अब कहां या उन्होंने किसे दिया ये महेंद्र के पकड़े जाने के बाद ही साफ होगा.
भागने के लिए खरीदी गई थी बाइक
पूछताछ के दौरान ये भी सामने आया है कि गोगामेड़ी की हत्या के बाद भागने के लिए जिस बाइक का इंतजाम किया गया था उसके लिए महेंद्र ने ही दूसरे शूटर रोहित को 20 हजार रुपये दिए थे. महेंद्र को ये पैसा विरेन्द्र चारण ने दिए थे. इसी 20 हजार रुपये से डाउन पेमेंट पर एक बाइक खरीदी गई थी.
बता दें कि 5 दिसंबर की सुबह महेंद्र ने फौजी को अजमेर रोड पर छोड़ दिया था जहां दूसरा शूटर रोहित राठौर उसका इंतजार कर रहा था. इसके बाद हथियार से लैस दोनों शूटर एक वाहन से जयपुर के श्याम नगर इलाके में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख गोगामेड़ी के आवास पर पहुंचे थे.
शूटरों ने शेखावत को भी मार दी थी गोली
शूटरों ने नवीन शेखावत के माध्यम से गोगामेड़ी के घर तक पहुंच हासिल की थी, वो करणी सेना प्रमुख से परिचित था. कुछ मिनटों तक उनसे बात करने के बाद, शूटरों ने गोगामेड़ी पर उनके लिविंग रूम में ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं, जिससे उनकी मौत हो गई. शूटरों ने मौके से भागने से पहले गोगामेड़ी के घर तक पहुंचाने वाले शेखावत की भी हत्या कर दी.