
राजस्थान के बाड़मेर में नौकरी न लगने से आहत होकर 24 साल के शख्स ने ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया. सुसाइड से पहले शख्स ने व्हाट्सएप पर तीन स्टेट्स डाले और सुसाइड नोट का जिक्र किया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है. घटना बाड़मेर जिले के रीको थाना क्षेत्र के बीएनसी चौराहे के पास की है.
जानकारी के मुताबिक, 24 साल का खेतेश उर्फ खेताराम सदर थाना क्षेत्र के सरली गांव का रहने वाला था. पिता शंकराराम गांव में खेती का काम करते हैं. खेताराम बाड़मेर कॉलेज से ही बीए की थी. इसके बाद से वह शहर के मंसूरिया कॉलोनी में किराए का कमरा लेकर पटवारी, रेलवे और अन्य कंपटीशन एग्जाम की तैयारी कर रहा था.
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इसी बीच गुरुवार रात करीब 8:30 बजे उसने जोधपुर से बाड़मेर को आ रही ऋषिकेश-बाड़मेर ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया. सूचना पर पहुंची जीआरपी और रीको थाना पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. रीको थानाधिकारी देवाराम के मुताबिक, युवक के पास से कोई डॉक्यूमेंट नहीं मिला था. बाद में शिनाख्त के बाद परिजनों को सूचना दे दी गई.
'मेरी कंप्यूटर किताब में एक पेज मिलेगा'
रीको थानाधिकारी देवाराम ने बताया कि युवक ने गुरुवार दोपहर से रात 8 बजे तक तीन स्टेट्स लगाए. दोपहर 3:13 बजे युवक ने व्हाट्सएप स्टेटस में लिखा कि 'मिली जिंदगी मस्त और खुश रहो. इस दुनिया में कोई किसी का नहीं.' इसके बाद दोपहर 3:22 बजे लिखा 'गुड बॉय, अब हम कभी नहीं मिलेंगे'. इसके बाद 8:7 बजे स्टेट्स डाला, जिसमें लिखा 'मेरे रूम में आपको कंप्यूटर की किताब में एक पेज मिलेगा'. इस स्टेट्स से उसने सुसाइड नोट का जिक्र किया. बाद में लिखा मेरी जिंदगी की आखिरी रात होगी. गुड बॉय दोस्तों.' इसके बाद उसने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी.
घर पहुंचे तो मिला सुसाइड नोट-पुलिस
पुलिस के मुताबिक, मृतक के स्टेट्स के आधार पर पुलिस मंसूरिया कॉलोनी में उसके रूम पर पहुंची, जहां कंप्यूटर की किताब में मृतक का सुसाइड नोट मिला. जिसमें उसने नौकरी नहीं मिलने के कारण परिवार पर बोझ बनने की बात लिखते हुए लिखा कि मां-पिता ने मेरी खूब सहायता की. नौकरी न मिलने से मैं उनकी कोई सहायता नहीं कर पा रहा हूं. मैं मम्मी-पापा का सपना पूरा नहीं कर पाया. इसलिए मैं जिंदगी से हार गया हूं. छोटे भाई को लिखा अब मम्मी-पापा का ख्याल तुझे ही रखना है. नौकरी न लगने से मां-पिता पर बोझ बन गया हूं, इसलिए मेरी जिंदगी यहां समाप्त हो रही है.
सुसाइड मानने से परिजनों के किया इनकार
एसएचओ देवाराम ने बताया कि जवान बेटे की मौत के बाद परिजन सुसाइड मानने से इनकार करते रहे हैं. स्टेट्स और सुसाइड नोट सामने आने के बाद मामला सुसाइड का ही प्रतीत होता है. फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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