Advertisement

राजस्थान में खदान ढहने से दो लोगों की मौत, जान जोखिम में डालकर लिया जा रहा काम

राजस्थान के टोंक में खदान ढहने से दो लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि जब वो लोडर पर खदान के नीचे जा रहे थे उसी दौरान ऊपर से खदान का एक हिस्सा ढह गया और वो मलबे के नीचे दब गए. मृतक के परिजनों ने कंपनी से 15-15 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है.

खदान ढहने से दो लोगों की मौत खदान ढहने से दो लोगों की मौत
मनोज तिवारी
  • टोंक,
  • 17 जून 2023,
  • अपडेटेड 10:41 PM IST

राजस्थान के टोंक में खदान ढहने से दो युवकों की मौत हो गई. घटना जिले के काबरा गांव की है जहां क्वार्ट्ज फैल्सपार पत्थर की खान ढहने से लोडर पर सवार दो श्रमिकों की दर्दनाक मौत हो गयी. 

बताया जा रहा है कि दोनों श्रमिक देव लाल गुर्जर और शेरू खान के बीच वाले हिस्से में लोडर पर सवार होकर गहराई वाले हिस्से की तरफ जा रहे थे. इसी दौरान खदान का ऊपरी हिस्सा ढहकर दोनों पर गिर गया.

Advertisement

मलबे के दबाव से दोनों श्रमिक लोडर सहित खान के निचले वाले भाग में जा गिरे और मलबे के नीचे दब गये. इस घटना के बाद मौके पर मौजूद अन्य मजदूरों ने मलबे के नीचे दोनों श्रमिकों को बाहर निकाल. उन्हें जिला मुख्यालय अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.

मृतक देवलाल गुर्जर भीलवाड़ा के दलपुर का रहने वाला था जबकि शेरू खान टोंक जिले के ही लवादर गांव का निवासी था. बाद में दोनों के शवों को मोर्चरी में रखवाया गया जहां परिजनों और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने खदान संचालक पर असुरक्षित खनन का आरोप लगाया.

मृतक मजदूरों के परिजनों ने 15-15 लाख रुपये के मुआवजे की मांग करते हुए शव लेने से इंकार कर दिया. इस दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और पुलिस अधिकारियों में काफी तीखी नोंक झोंक भी देखने को मिली.

Advertisement

असुरक्षित माइनिंग के आरोप

गोयल ग्रुप ऑफ मिनरल्स के संचालक पर बिना सुरक्षा उपकरणों के असुरक्षित माइनिंग कराये जाने का आरोप लगाया. इतना ही नहीं कंपनी पर श्रमिकों के अलावा तैनात कर्मियों की जान को भी जोखिम डालने का लोगों ने आरोप लगाया.

खान मालिक द्वारा दोनों श्रमिकों के परिजनों को 5-5 लाख रूपये का मुआवजा राशि दिये जाने की घोषणा के बाद लोग शव ले जाने की तैयारी कर रहे थे. उसी समय सचिन पायलट के सबसे करीबी कांग्रेस नेता हंसराज फागणा मोर्चरी पहुंचे और 15-15 लाख रूपये की मुआवजा राशि की मांग करते हुए शव ले जाये जाने से इनकार कर दिया.

पुलिस और कांग्रेस नेता में बहस

इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने सरपंच हंसराज पर मामले को भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस कानूनी कार्रवाई करने को तैयार है लेकिन किसी भी सूरत में कानून-व्यवस्था को बिगड़ने नहीं देगी.

मामला तब शांत हुआ जब सरपंच हंसराज और खान मालिक के बीच लंबी बातचीत होने के बाद दोनों पक्षों में 15-15 लाख रूपये के मुआवजे पर सहमति बन गयी. इस दौरान 6 घंटे तक पोस्टमार्टम की प्रक्रिया भी रूकी रही.

वहीं इस मामले को लेकर टोंक के डीएसपी सलेह मोहम्मद और थानाधिकारी उदयवीर सिंह ने बताया कि परिजन जैसी शिकायत करेंगे पुलिस उस हिसाब से जांच करेगी. खान के ढहने के कारणों की भी जांच की जाएगी.
 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement