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बीकानेर से चौथी बार सांसद, IAS की नौकरी छोड़ राजनीति में आए थे, मोदी के भरोसेमंद नेताओं में गिनती... जानिए कौन हैं अर्जुन राम मेघवाल

सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने इस बार आम चुनाव में बीकानेर सीट से कांग्रेस के गोविंदराम मेघवाल को 55711 वोटों से हराया है. उन्होंने 9 जून को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पद की शपथ ली थी. उन्हें कानून और न्याय मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है. कानून एवं न्याय मंत्री का पद संभाल चुके अर्जुन राम मेघवाल ने आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति का रास्ता चुना था. मेघवाल की राजनीति पारी शुरू करने की कहानी बेहद दिलचस्प है. उन्हें साल 1994 में तत्कालीन उप मुख्यमंत्री का ओएसडी बनाया गया था.

बीकानेर से बीजेपी सांसद अर्जुन राम मेघवाल. बीकानेर से बीजेपी सांसद अर्जुन राम मेघवाल.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 09 जून 2024,
  • अपडेटेड 7:58 AM IST

एनडीए संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी ने रविवार को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर इतिहास रच दिया है. राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी और उसके एनडीए सहयोगियों के शीर्ष नेताओं को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. मोदी 3.0 में राजस्थान के बीकानेर से चौथी बार सांसद चुने गए दलित नेता अर्जुन राम मेघवाल ने भी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पद की शपथ ली है. उन्हें कानून और न्याय मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है. वो बीकानेर सीट से लगातार साल 2009 से चुनाव जीत रहे हैं.

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मेघवाल ने इस बार आम चुनाव में बीकानेर सीट से कांग्रेस के गोविंदराम मेघवाल को 55711 वोटों से हराया है. कानून एवं न्याय मंत्री का पद संभाल चुके अर्जुन राम मेघवाल ने आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति का रास्ता चुना था. मेघवाल की राजनीति पारी शुरू करने की कहानी बेहद दिलचस्प है. उन्हें साल 1994 में तत्कालीन उप मुख्यमंत्री का ओएसडी बनाया गया था. फिर अपने बेहतरीन काम के चलते वो कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते गए और फिर एडीएम, आईएएस और जिला कलेक्टर भी हुए. जिला कलेक्टर के पद से रिटायरमेंट के बाद वो राजनीति में आए. उसके बाद वो बीजेपी में शामिल हुए.  

2023 में कानून मंत्री बने थे मेघवाल

मेघवाल 18 मई 2023 से अब तक केंद्रीय कानून और न्याय मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. इससे पहले 7 जुलाई 2021 को मोदी सरकार में मेघवाल को केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री का दायित्व सौंपा गया था. उन्होंने मई 2019 में तीसरी बार जीत हासिल की थी.

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कॉर्पोरेट मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाली

मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मेघवाल को सितंबर 2017 - 25 मई 2019 तक केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया था. उनके पोर्टफोलियो में संसदीय कार्य मंत्रालय, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय था. 5 जुलाई 2016 - 3 सितंबर 2017 तक वो केंद्रीय राज्य मंत्री रहे और वित्त मंत्रालय, कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली. 

2009 में पहली बार चुनाव जीते थे मेघवाल

12 जुलाई 2014 को मेघवाल को लोकसभा में भाजपा की तरफ से मुख्य सचेतक बनाया गया था. मई 2014 में उन्होंने दूसरी बार लोकसभा का चुनाव जीता था. वे 2010 में राजस्थान में बीजेपी के उपाध्यक्ष भी रहे हैं. 2009 में वो पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए थे.

2009 के लोकसभा चुनाव में मेघवाल ने कांग्रेस के रेवत राम पंवार को हराया था और बीकानेर से सांसद बने थे. उसके बाद उन्होंने 2014, 2019 और  2024 के लोकसभा चुनाव में अपने जीत का सिलसिला बरकरार रखा. 

राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी रहे

अर्जुन राम मेघवाल राजनीति में आने से पहले ब्यूरोक्रेसी में थे. उन्होंने 2009 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से स्वेच्छा से रिटायरमेंट लिया और फिर राजनीति में सक्रिय हो गए.  1980 में उन्होंने राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा पास की थी. 1999 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रमोशन मिला. अगले 10 वर्षों में उन्होंने विभिन्न प्रशासनिक पदों पर कार्य किया. कई दशक पहले मेघवाल ने अपने करियर की शुरुआत बीकानेर में एक टेलीफोन ऑपरेटर के रूप में की थी. मेघवाल अपनी पारंपरिक वेशभूषा धोती कुर्ते और राजस्थानी पगड़ी के साथ एक अलग ही पहचान रखते हैं. साल 2004 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर फिल्म स्टार धर्मेंद्र बीकानेर का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. 

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मोदी के करीबी नेताओं में गिने जाते हैं मेघवाल

मेघवाल को मोदी के करीबी नेताओं में गिना जाता है. 2023 में मोदी ने अपने करीबी मेघवाल को कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय लिया. मेघवाल ने बखूबी से काम संभाला और उम्मीदों पर खरे उतरे. उन्हें 2013 में सर्वश्रेष्ठ सांसद के पुरस्कार से नवाजा गया था. 2014 में बीजेपी ने मेघवाल का लोकसभा में बीजेपी का मुख्य सचेतक बनाया था. इसी कार्यकाल में स्पीकर ने उन्हें लोक समिति के अध्यक्ष के रूप में भी नामित किया था. 2019 का चुनाव जीतने के बाद वो केंद्र की बीजेपी सरकार में संसदीय मामलों और भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम राज्य मंत्री बनाए गए.

मेघवाल का जन्म 20 दिसंबर 1953 को राजस्थान के बीकानेर के पास किशमीदेसर गांव में एक साधारण दलित परिवार में हुआ. मेघवाल के पिता लखू राम मेघवाल पेशे से बुनकर रहे हैं. उन्होंने बीकानेर के डूंगर कॉलेज से राजनीति शास्त्र में एमए और एलएलबी की डिग्री हासिल की. उसके बाद फिलीपींस विश्वविद्यालय से एमबीए भी किया. उन्हें राजस्थान में अनुसूचित जाति के चेहरे के रूप में देखा जाता है. उन्होंने पाना देवी से शादी की और उनके 2 बेटे और 2 बेटियां हैं.

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