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ना भगोड़ा लिस्ट में, ना इनाम और ना ही एक्शन... मोनू मानेसर को लेकर सवालों में राजस्थान पुलिस

हरियाणा के नूंह में हिंसा भड़काने के पीछे मोनू मानेसर का नाम भी जोड़ा जा रहा है. कहा जा रहा कि उसके वायरल वीडियो के बाद माहौल बिगड़ा और बवाल और आगजनी की घटनाएं हुईं. मोनू मानेसर पर हरियाणा में फरवरी में नासिर-जुनैद हत्या के मामले में एफआईआर हुई थी. इस मामले में पुलिस का कहना है कि उसकी भूमिका का पता लगाया जा रहा है.

हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा को लेकर आरोप है कि मोनू मानेसर ने एक वीडियो में भड़काऊ बातें कही थीं. (फाइल फोटो) हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा को लेकर आरोप है कि मोनू मानेसर ने एक वीडियो में भड़काऊ बातें कही थीं. (फाइल फोटो)
शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 04 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 8:21 AM IST

हरियाणा के नूंह दंगे में जिस मोनू मानेसर को आरोपी बताया जा रहा है, उसे लेकर राजस्थान पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं. मोनू पर फरवरी 2023 में नासिर-जुनैद की हत्या का मामला दर्ज हुआ था. लेकिन, राजस्थान पुलिस उसे गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है? हालांकि, राजस्थान पुलिस अब भी यही कह रही है कि मोनू मानेसर की भूमिका की जांच चल रही है. राजस्थान पुलिस ने मोनू मानेसर को ना भगोड़े की सूची में डाला है और ना इनाम और तस्वीर जारी की है. मोनू मानेसर का नाम सिर्फ हत्या के दिन नासिर और जुनैद के परिवार की तरफ से दी गई एफआइआर में है.

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बता दें कि राजस्थान के भरतपुर के पहाड़ी थाना इलाके के गांव घाट मीका के रहने वाले जुनैद और नासिर की जीप में जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई. ये घटना 14 फरवरी की रात हरियाणा के भिवानी इलाके में हुई थी. जुनैद और नासिर के परिजन ने 16 फरवरी को भरतपुर के गोपालगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई और 5 लोगों के खिलाफ आरोप लगाए, इनमें मोनू मानेसर का नाम भी शामिल था.

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'ना सबूत हाथ लगे, ना गिरफ्तारी हुई'

एफआइआर में नाम होने की वजह से भरतपुर पुलिस मोनू मानेसर की भूमिका की हत्याकांड में जांच कर रही है, लेकिन अभी तक मोनू मानेसर के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत भरतपुर पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं. भरतपुर पुलिस का कहना है कि मोनू मानेसर जांच के दायरे में है. वो वांटेड नहीं है. हत्याकांड के अन्य आरोपी रिंकू सैनी को पुलिस ने 17 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया था. इसके अलावा 8 आरोपियों के फोटो पुलिस ने जारी किए थे, जिन पर ₹10 हजार का नाम भी था. 

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'दोषी है या निर्दोष.. तय नहीं कर सकी पुलिस'

8 आरोपियों में से पुलिस ने दो आरोपी मोनू राणा और गोगी को गिरफ्तार कर लिया था, इसलिए अब 6 वांटेड आरोपी फरार हैं. जुनैद-नासिर के परिवार के तरफ से दी गई शिकायत और एफआइआर में मोनू मानेसर का नाम दर्ज था, लेकिन पुलिस जांच में अभी उसकी भूमिका सामने नहीं आई है. ना उसके खिलाफ कोई तथ्य या सबूत मिले हैं. भरतपुर पुलिस का कहना है कि मोनू मानेसर इस हत्याकांड में निर्दोष है या दोषी, इसके बारे में फिलहाल कहा नहीं जा सकता है. उसकी भूमिका की जांच चल रही है.

क्या है पूरा मामला.. अब तक क्या-क्या हुआ?

- भरतपुर जिले में पहाड़ी थाना इलाके के गांव घाटमीका के रहने वाले जुनैद और नासिर की जीप में जलाकर हत्या कर दी गई थी. हरियाणा के भिवानी में 15 फरवरी की रात हुई इस घटना को गौ तस्करी से जोड़कर भी देखा गया.
- परिजन खालिद ने 16 फरवरी को गोपालगढ़ थाने में मोनू मानेसर समेत पांच लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद 17 फरवरी को पुलिस ने रिंकू सैनी को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस की पांच टीम गठित की गई थीं जो आरोपियों की तलाश में हरियाणा में लगी हुई थीं.
- भरतपुर जिला पुलिस अधीक्षक ने जांच के बाद 6 मार्च को हत्याकांड में शामिल आठ आरोपियों के फोटो सार्वजानिक किए और प्रत्येक पर 5000 रुपये का इनाम घोषित किया था.
- हत्याकांड के सभी आठ आरोपियों की पहचान अनिल, श्रीकांत, कालू, किशोर, मोनू, विकास, शशिकांत, गोगी के रूप में हुई थी. गोगी और मोनू राणा को भरतपुर पुलिस ने 6 मई को देहरादून से गिरफ्तार किया था और कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी थी.
- इन सभी को जुनैद और नासिर की जीप में जिंदा जलाकर हत्या करने और सबूत मिटाने का आरोपी माना था. पुलिस ने धारा 147, 435, 365, 367, 368, 302, 201, 120 के तहत आरोपी माना गया था. 
- पुलिस जांच के मुताबिक, जींद में गौशाला से बरामद जीप में जले हुए शव और खून के धब्बे जुनैद और नासिर के ही थे. मोनू मानेसर और लोकेश सिंगला समेत करीब एक दर्जन आरोपी संदेह के घेरे में हैं. 
- भरतपुर पुलिस महानिरीक्षक ने सभी आठ आरोपियों पर बढ़ाकर 10,000-10,000 रुपये कर दिया था. भरतपुर पुलिस ने 21 मई को मोनू मानेसर समेत 21 लोगों के लिए नोटिस जारी किये थे.
- पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि हत्याकांड में हरियाणा गौरक्षा दल के नेता और सदस्य भी शामिल थे. जो जींद, भिवानी, कैराना, कैथल और पानीपत जिले के हैं.
- हत्याकांड के आरोपी रिंकू सैनी, गोगी और मोनू राणा को गिरफ्तार किया जा चुका है. जबकि 6 आरोपी अनिल, श्रीकांत, कालू, किशोर, विकास, शशिकांत अभी फरार चल रहे हैं. भरतपुर पुलिस की पांच टीम गिरफ्तारी के प्रयास में लगी हुई हैं. 
- भरतपुर के पुलिस अधीक्षक मृदुल कछावा ने कहा- भिवानी हत्याकांड मामले में मोनू मानेसर का नाम जांच के दायरे में है. वो आरोपी है और फरार है. उस पर इनाम राशि बढ़ाने का विचार किया जा रहा है.

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