
जैसलमेर जिले के पोकरण टाउन के प्रमुख सरकारी अस्पताल में स्टाफ की लापरवाही से एक नवजात के हीटर से झुलसने का गंभीर मामला सामने आया है. परिजनों का आरोप है कि मेडिकल स्टाफ की लापरवाही से बच्चे की त्वचा झुलस गई. नवजात के जन्म के कुछ देर बाद हीटर के तेज ताप से मासूम के जलने की जानकारी मिली है. मामला की जानकारी सामने आने के बाद पोकरण जिला अस्पताल में हड़कंप मच गया.
इतना ही नहीं, पोकरण अस्पताल के डॉक्टर्स ने अपनी गलती छिपाने के लिए ऑक्सीजन की कमी की वजह बताकर रेफर कर दिया. जोधपुर में भर्ती बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है. बच्चे के परिजनों ने सीएमओ को शिकायत देकर डॉक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
बच्चे के 50 वर्षीय ताऊ सुमेर जोशी ने बताया कि शुक्रवार 26 जनवरी को पोकरण अस्पताल में उनके 35 साल के छोटे भाई डूंगर जोशी के जुड़वा बच्चे हुए थे. उन्हें अस्पताल के नर्सरी वॉर्ड में रखा गया था. इन बच्चों के पास हीटर रखा हुआ था. हीटर की आंच तेज होने से एक घंटे में ही एक बच्चे की पूरी स्किन लाल हो गई.
ऑक्सीजन की कमी बताकर जोघपुर किया रेफर
ऐसे में परिजनों ने डॉक्टर्स को बताया, तो उन्होंने नवजात में ऑक्सीजन की कमी बता कर जोधपुर रेफर कर दिया. मगर, जोधपुर पहुंचने पर पता चला कि बच्चा हीटर के तेज आंच से जला है. वहीं, बच्चे की हालत देखकर जोधपुर अस्पताल में बच्चे को भर्ती करने से मना कर दिया. परिजनों की गुजारिश के बाद अस्पताल प्रशासन ने बच्चे को भर्ती किया.
फिलहाल बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है. इस मामले में सीएमओ अनिल गुप्ता ने बताया कि बच्चे के साथ हुए हादसे की जांच की जाएगी. जांच में ये पता लगाएंगे कि किसकी गलती है. इसके बाद दोषी स्टाफ पर नियमानुसार कार्रवाई करेंगे.