
राजस्थान के धौलपुर जिले के मांगरोल गांव में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक पैंथर मंगलवार को गांव की आबादी में घुस गया. पैंथर ने हमला कर दो ग्रामीणों को घायल भी कर दिया. पैंथर के गांव में घुसने से ग्रामीणों ने रातभर दहशत के माहौल में जागते रहे. स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम को अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू रोकना पड़ा था.
पैंथर एक मकान के जीने के नीचे बनी कोठरी में बैठ गया था. आज बुधवार को सवाई माधोपुर से पहुंची वन विभाग की टीम ने 24 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पैंथर का रेस्क्यू कर लिया है. पैंथर को देखने के लिए लोगो का हुजूम उमड़ पड़ा, जिसको संभालने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी. पैंथर के रेस्क्यू हो जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है.
यहां देखिए हमले का पहला वीडियो...
बता दें कि जिले के मांगरोल गांव में मंगलवार को एक पैंथर घुस आया था. पैंथर गांव की आबादी में पहुंच कर एक किसान के पशुबाड़े में छिप कर बैठ गया था. जब महिला पशुओं के लिए चारा लेने के लिए पशुबाड़े में घुसी, तो इसी दौरान पैंथर ने महिला पर हमला करने का प्रयास किया था.
गांव में फैल गई थी दहशत, रातभर जाते ग्रामीण
पशुबाड़े से पैंथर निकल कर गांव की आबादी में बाहर आ गया था और ग्रामीणों की भीड़ पर पैंथर ने हमला कर दिया था. इस हमले में दो ग्रामीण घायल हो गए थे. इसके बाद ग्रामीणों में दहशत फैल गई थी. ग्रामीणों की भीड़ को देख पैंथर भागता हुआ एक एक मकान में घुस गया और जीने के नीचे बनी कोठरी में बैठ गया था. इसके बाद रातभर ग्रामीण जागते रहे.
यहां देखिए दूसरा वीडियो, कैसे छिपा था पैंथर...
दो ग्रामीणों पर हमला कर उनको किया घायल
बताया जा रहा है कि घनी आबादी में मौजूद ग्रामीणों की भीड़ में ग्रामीण शंकर से पैंथर से आमना सामना हो गया था. पैंथर ने शंकर को पकड़ लिया. मगर, शंकर ने साहस का परिचय देते हुए पैंथर को पीछे धकेल दिया. इसके बाद पैंथर ने दूसरे ग्रामीण पर हमला करने का प्रयास किया, लेकिन वह पैंथर की पकड़ से निकल गया और उसके मामूली चोटें आई हैं.
अंधेरा होने के कारण मंगलवार को रोका था रेस्क्यू
पैंथर के गांव में घुसने की सूचना ग्रामीणों ने मनिया थाना पुलिस को दी थी. मौके पर थाना एसएचओ देवेश कुमार पहुंचे और उन्होंने वन विभाग की टीम को सूचित कर पैंथर को रेस्क्यू करने के लिए गांव में बुलाया था. मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पुलिस और ग्रामीणों के सहयोग से पैंथर को रेस्क्यू करने का प्रयास किया था. मगर, अंधेरा होने कारण मंगलवार की रात में रेस्क्यू रोकना पड़ा था.
स्वास्थ्य परीक्षण के बाद जंगल में छोड़ा जाएगा
ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने सवाईमाधोपुर से वन विभाग की एक्सपर्ट की टीम को बुधवार को बुलाया गया. सवाईमाधोपुर से पहुंची टीम ने करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दीवार को तोड़कर पैंथर को एयरगन से बेहोश कर सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है.
टीम पैंथर को लेकर धौलपुर जिले के वन विहार कोठी पर ले गई है, जहां पैंथर का स्वास्थ्य परीक्षण कर जंगलों में छोड़ा जाएगा. वन विभाग के वनपाल गोपाल सिंह ने बताया कि सवाई माधोपुर से पहुंची स्पेशल टीम ने पैंथर को ट्रेंकुलाइज कर लिया था. इससे पहले धौलपुर स्थानीय वन विभाग की टीम रात भर जाकर पैंथर की रखवाली करती रही.