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अब जयपुर का सफर साढ़े तीन घंटे में, PM मोदी आज करेंगे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पहले फेज का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे. ये एक्सप्रेस-वे अभी 246 किलोमीटर दिल्ली-दौसा-लालसोट तक बनकर तैयार हो गया है, जिसे 12,150 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से विकसित किया गया है. रविवार से दिल्ली से जयपुर की यात्रा सिर्फ साढ़े तीन घंटे में पूरी हो सकेगी. पहले पांच घंटे का वक्त लगता था.

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 1,386 किमी की लंबाई के साथ देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा. (फोटो- आजतक) दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 1,386 किमी की लंबाई के साथ देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा. (फोटो- आजतक)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 7:28 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पहले फेज का उद्घाटन करेंगे. पहले चरण में एक्सप्रेसवे 12,150 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से 246 किलोमीटर (दिल्ली-दौसा-लालसोट) तक बनकर तैयार हुआ है. अब इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली से जयपुर पहुंचने में कम वक्त लगेगा. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जयपुर की यात्रा सिर्फ साढ़े तीन घंटे में पूरी हो जाएगी. पहले जयपुर तक पहुंचने में पांच घंटे का समय लगता था.

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प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया कि इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से पूरे क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. पीएम मोदी दौसा (राजस्थान) से 18,100 करोड़ रुपये से ज्यादा के रोड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स का शुभारंभ करेंगे. इसके साथ ही एक्सप्रेस-वे की अन्य 3 परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा. 

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पहले फेज के बारे में आपको यहां आठ चीजें जाननी चाहिए-

1. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे अब तक 246 किलोमीटर तक बन गया है. यानी दिल्ली-दौसा-लालसोट फेज बनकर तैयार है, इसे विकसित करने में करीब 12,150 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत आई है.

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे ने राजस्थान तक की दूरी तय कर ली है. इस साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव हैं. उसके बाद 2024 में लोकसभा चुनाव होंगे, उससे पहले यहां एक्सप्रेसवे की सौगात को बीजेपी के बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के रूप में देखा जा रहा है. इसमें आठ लेन होंगे और यह भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा.

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2. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की कुल 1,386 किमी लंबाई है और 98,000 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है. इतनी लंबी दूरी का देश में ये पहला एक्सप्रेसवे होगा. इससे दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा की दूरी 12% कम हो जाएगी. यानी पहले 1,424 किमी का सफर करना पड़ता था. इस एक्सप्रेसवे के तैयार हो जाने से दिल्ली से मुंबई की दूरी 1,242 किमी हो जाएगी. ऐसे में यात्रा का समय भी 50% घट जाएगा. पहले 24 घंटे का वक्त लगता था और अब 12 घंटे हो जाएगा.

3. ये एक्सप्रेस-वे छह राज्यों से होकर गुजरेगा. दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात से महाराष्ट्र पहुंचेगा और कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगा. यह 93 पीएम गति शक्ति इकोनॉमिक नोड्स में 13 बंदरगाहों, 8 प्रमुख हवाई अड्डों और 8 मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्कों (MMLPs) के साथ-साथ जेवर हवाई अड्डे, नवी मुंबई हवाई अड्डे और JNPT बंदरगाह जैसे नए आने वाले ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों को भी सेवा प्रदान करेगा.

4. एक्सप्रेसवे की वजह से सभी निकटवर्ती क्षेत्रों के विकास में लाभ मिलेगी और यह देश के आर्थिक परिवर्तन में एक प्रमुख योगदान देगा. 

5. यह भारत और एशिया का पहला एक्सप्रेस-वे है, जिसमें पशु ओवरपास और अंडरपास बनाया गया है. रणथंभौर वन्यजीव अभयारण्य पर इसके प्रभाव को कम करने के लिए इसे डिजाइन किया गया है.

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6.  इस पूरे एक्सप्रेस-वे पर कहीं भी टोल गेट नहीं लगाए गए हैं. यानी बार-बार टोल चुकाने की झंझट से मुक्ति मिलेगी. एक्सप्रेव पर चढ़ने और उतरने की जगह पर इंटरचेंज टोल लगाए गए हैं. किमी की संख्या के आधार पर यात्रा शुल्क लिया जाएगा. प्रत्येक 50 किलोमीटर पर एंट्री और एग्जिट के लिए गेट लगे हैं, जहां टोल ऑटोमैटिकल कट जाएगा.

7. सिर्फ 35 पैसे प्रति किमी शुल्क लिया जाएगा. जैसे ही वाहन एक्सप्रेसवे पर चढ़ेंगे तो वहां लगी मशीनें एंट्री का वक्त और जगह को रिकॉर्ड कर लेंगी. उसके बाद जब आप एक्सप्रेसवे से उतरेंगे तो ऑटोमैटिक आपके फास्टटैग अकाउंट से पैसे काट लिए जाएंगे.

8- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण में 25,000 लाख टन डामर की खपत होगी, जबकि 4,000 से ज्यादा प्रशिक्षित सिविल इंजीनियरों को काम के दौरान लगाया गया है. इसके साथ ही 24 घंटे में सबसे ज्यादा PQC और 100 घंटे में सबसे ज्यादा मात्रा में डामर डामर डालने का विश्व रिकॉर्ड भी शामिल है.

- एक्सप्रेसवे पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से वाहन चला सकेंगे.
- एक्सप्रेसवे पर प्रत्येक किलोमीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.


- यात्रियों को हर 50 किलोमीटर के बाद होटल, रेस्ट रूम, रेस्टोरेंट, पेट्रोल पंप जैसी सुविधाएं मिलेंगी.
- गुरुग्राम के अलीपुर में एक्सप्रेसवे का ट्रैफिक मैनेजमेंट कंट्रोल सिस्टम ऑफिस बनाया गया है.

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- इस एक्सप्रेस पर बाइक यानी टूव्हीलर को एंटी नहीं मिलेगी. ट्रैक्टर-ट्रॉली का आवागमन भी प्रतिबंधित किया गया है. एक्सपर्ट का मानना है कि बाइक या ट्रैक्टर और बैलगाड़ी से हादसे का खतरा ज्यादा बना रहता है. एक्सप्रेस पर ओवरटेकिंग के लिए अलग लेन बनाई गई है.

 

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