
राजस्थान की कोटा पुलिस स्टूडेंट सेल के पास शुक्रवार को जयपुर से कॉल आया. कॉलर रोते हुए बोल रहा था- कोटा में मेरा भाई SSC की तैयारी करने के लिए रह रहा है. वह सुसाइड करने पर आमादा है. मेरे पास उसका पता नहीं है और मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा. इसके साथ ही स्टूडेंट्स सेल और महावीर नगर थाने की टीम अलर्ट होती है. छात्र की आखिरी लोकेशन से पता चला कि वह महावीर नगर विस्तार में है. महावीर नगर विस्तार की दुकानों, थड़ियों और कई घरों में फोटो दिखाते हुए पूछताछ की. इस तरह पुलिस उसके रूम तक पहुंच गई. छात्र की साइकोलॉजिस्ट से काउंसलिंग करवाई. परिजन भी कोटा आ गए थे, जिन्हें छात्र सुपुर्द कर दिया. इस तरह पुलिस की सतर्कता से एक जिंदगी बच गई.
एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि छात्र ने सोशल मीडिया पर जयपुर में भाई को सुसाइड नोट भेजा था. लिखा था- ''परिजन मेरी जबरन शादी करना चाहते हैं, जबकि मैं पढ़ना चाहता हूं.'' सूचना मिलते ही स्टूडेंट सेल सक्रिय हुई.
एएसआई संजू शर्मा, अवधेश कुमार हेड कांस्टेबल कल्पना मेवाड़ा, नीरज कुमारी, सीमा वर्मा, कांस्टेबल राजकुमार की टीम ने उसकी लास्ट लोकेशन लेकर दोस्त को तलाशा. उससे फोटो लेकर 8 से 10 थड़ियों-दुकानों और 23 मकानों में फोटो दिखाते हुए पूछा. एक मकान वाले ने छात्र के उसके यहां रहने की पुष्टि की. पुलिस टीम कमरे तक पहुंची तब वह कमरे में गुमसुम था. उसे समझाइश दी गई और साइकोलॉजिस्ट से काउंसलिंग करवाई गई.
स्टूडेंटस सेल प्रभारी एएसपी नियती शर्मा ने बताया कि कोई बच्चा अप्रिय कदम उठाने जा रहा है या किसी तनाव में है या कोई उसे परेशान कर रहा है, इस तरह की शिकायतें स्टूडेंट सेल में हर महीने 3-4 आ जाती हैं. ऐसे कई बच्चों को स्टूडेंट सेल की टीम ने उसके रूम पर जाकर समझाइश दी है और उन्हें गलत कदम उठाने से रोका है.