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राजस्थान के उप जिला कारागार में एक विचाराधीन कैदी ने टॉवल से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. आरोपी पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामले में पकड़ा गया था. घटना की जानकारी मिलते ही न्यायिक मजिस्ट्रेट, एसडीएम समेत पुलिस मौके पर पहुंची. साथ ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है.
घटना राजस्थान के बालोतरा जिले के उप जिला कारागार की है. जानकारी के मुताबिक, बालोतरा उप जिला कारागार के बैरक में 35 साल के विचाराधीन कैदी ने टॉवल से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. घटना शुक्रवार रात की है. शनिवार सुबह जब गार्ड गश्त के लिए बैरक में पहुंचा, तो वहां बंदी फंदे से लटका हुआ मिला. इसके बाद जेल के अधिकारियों को घटना की सूचना दी गई.
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3 मार्च को ही भेजा गया था जेल
सूचना पर न्यायिक मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार, एसडीएम राजेश कुमार मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों को भी घटना की जानकारी दी. दरअसल, पॉक्सो एक्ट के मामले में गिरफ्तार बाड़मेर के रहने वाले चेनाराम को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था. जहां से न्यायालय ने 3 मार्च को उसे जेल भेज दिया था. 5 दिन बाद शुक्रवार की रात को चेनाराम ने बैरक में ही फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.
भाई ने लगाए हत्या के आरोप
मृतक के भाई का कहना है कि कुछ दिन पहले ही पुलिस ने उसके भाई को पकड़ा था. कल ही वो अपने भाई से मिलकर गया था. उसने कहा कि उसे कोई तकलीफ नहीं है. आज सुबह पुलिस ने भाई के फांसी लगाकर आत्महत्या करने की सूचना दी. मुझे लगता है कि जेल के अंदर मेरे भाई की हत्या की गई है.
पूर्व विधायक ने खड़े किए सवाल
वहीं, पचपदरा से कांग्रेस के पूर्व विधायक मदन प्रजापत का कहना है कि जेल में किसी की मौत होना प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े करता है. 5 फीट ऊंचाई के बैरक में इस तरह से फांसी लगा लेना, पांव भी जमीन पर थे. ये गंभीर मामला है. जेल को सुरक्षित माना जाता है, लेकिन जेल में ही कोई सुरक्षित नहीं है. ये सरकार और जेल प्रशासन पर सवाल खड़ा करता है. मेरी मांग है कि मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए और मामले की निष्पक्ष जांच की जाए.
मामले में SDM ने कही ये बात
बालोतरा के एसडीएम राजेश कुमार का कहना है कि जेलर द्वारा सूचना मिली कि एक विचाराधीन कैदी ने टॉवल से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है. सूचना मिलते ही जेल पहुंच गया था. शव को मोर्चरी में रखवा कर परिजनों को सूचित किया गया है. किसकी क्या लापरवाही रही ये जांच का विषय है. परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.