
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा रविवार शाम राजस्थान पहुंच गई है. मध्य प्रदेश में 12 दिनों में 380 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद यात्रा राजस्थान के झालावाड़ प्रवेश कर गई. इस दौरान राहुल गांधी के साथ कांग्रेस की एमपी इकाई के प्रमुख कमलनाथ और पार्टी के अन्य नेता भी शामिल रहे. यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यात्रा का भव्य स्वागत किया. यहां राहुल ने अशोक गहलोत और कमलनाथ संग डांस भी किया.
इस दौरान राहुल गांधी ने जमकर बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मैं भाजपा और आरएसएस से नफरत नहीं करता, पर मैं देश को डरने नहीं दूंगा. महंगाई बढ़ रही है, लेकिन पूरा धन कुछ तीन चार उद्योगपतियों के हाथ जा रहा है. ये सही नहीं है. हम मध्य प्रदेश के नेताओं के साथ चले, अब उन्हें छोड़कर हमें दुख हो रहा है. लेकिन राजस्थान आकर खुशी है. यात्रा में लंबे मेसेज आते हैं. यात्रा को 7 बजे शुरू होना चाहिए, मुझे मेसेज आया. मैं कहता हूं कि थोड़ी कठिनाई होनी चाहिए. हम 6 बजे चलेंगे. हम 25-26 किलोमीटर चलेंगे. ये सावरकर की पार्टी नहीं है, ये गांधी की पार्टी है. हमें तप करना आता है, हम तकलीफ सहेंगे.
'पदयात्रा से बहुत कुछ सीखने को मिल रहा'
राहुल गांधी ने कहा कि पदयात्रा से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है. जो चीजें हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर या गाड़ी में यात्रा करते समय नहीं समझी जा सकतीं. किसानों से हाथ मिलाने के बाद ही कोई समझ पाता है कि वे क्या कर रहे हैं. यह हेलीकॉप्टर से नहीं सीखा जा सकता है.
इस दौरान मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि राहुल गांधी देश की संस्कृति बचाने का काम कर रहे हैं. वहीं राजस्थान के मुख्यमत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का कारवां बढ़ता जा रहा है. यात्रा का रूट एक है.
राहुल जी देश को एक रखने की यात्रा कर रहे हैं.
सचिन पायलट ने भी बीजेपी पर साधा निशाना
वहीं सचिन पायलट ने कहा कि देश में निश्चित रूप से टकराव की स्थिति पैदा हुई है. आपसे जो प्यार, मोहब्बत, भाईचारे का पैगाम था, वहां चोट लगी है. राजनीति में हम लोग अपनी बात को मजबूती से रखें, यह हमारा दायित्व है. आप (बीजेपी) कह रहे थे कि यात्रा दक्षिण भारत में कामयाब नहीं हो सकती लेकिन उत्तर भारत में बड़ी ताकत के साथ जनता जुड़ रही है. ये हमारे देश के लिए शुभ संकेत हैं.