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राजस्थान: ससुर का सपना फौजी जमाई ने किया पूरा, हेलीकॉप्टर लेकर पहुंचा दुल्हन लेने

नागौर में दूल्हे ने समाज के लिए एक मिसाल पेश की है. जहां उसने बिना दहेज के शादी की. इस दौरान दूल्हा ससुराल पक्ष से दुल्हन को विदा कराकर हेलीकॉप्टर में घर लाया. वहीं, दूल्हे की इस फैसले की हर ओर तारीफ हो रही है.

भारतीय सेना में जवान है दूल्हा. भारतीय सेना में जवान है दूल्हा.
aajtak.in
  • नागौर,
  • 28 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 8:36 AM IST

राजपूत समाज की शादी में अगर किसी बात की चर्चा रहती है तो वह है टीके की रकम और दहेज. लड़की कितना दहेज लेकर आई, बरातियों को क्या दिया. यह सब समाज में प्रतिष्ठा का विषय बन जाता है. इसके कारण कई बार रिश्तों में खटास आ जाती है. इसी कड़ी में राजस्थान के नागौर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां इस कुप्रथा को खत्म करने के लिए दूल्हे के पिता नंद सिंह राजावत ने राजपूत समाज में दहेज मुक्त विवाह करवाने कि मुहिम शुरू की है.

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हाल ही शादियों के सीजन में रियांबड़ी तहसील के ग्राम बनवाड़ा गांव में राजपूत समाज के दूल्हे ने बिना दहेज के शादी कर अनूठी मिसाल पेश की है. बता दें कि शादी में मौजूद लोगों ने दूल्हे के इस निर्णय की दिल खोल कर तारीफ की है.

5 लाख रुपए के दहेज को लेने से किया इनकार
दरअसल, नागौर जिले के गांव बनवाडा में सरकारी नौकरी लगे दूल्हे ने दहेज व टीके में मिले 5 लाख रुपए से भरा हुआ थाल लेने से इनकार कर दिया. दूल्हे ने अपने इस निर्णय से विवाह में मौजूद सभी लोगों को चौंका दिया. इस बीच नन्द सिंह राजावत ने अपने भारतीय सेना के जवान बेटे की शादी बिना दहेज के कर समाज को दहेज रहित शादी करने का संदेश दिया है. शादी में आए मेहमानों ने भी बिना नकदी और सामान लिए की गई. इस दौरान लोगों ने शादी की जमकर सराहना करते हुए दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दिया.

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क्या है पूरा मामला?
वहीं, समाज सेवी घनश्याम सिंह की भतीजी की बारात गांव में आई थी. जहां बारात जिला अलवर के माधोगढ़ से आई और शुक्रवार को दुल्हन की विदाई हुई. इस दौरान दूल्हा रोबिन सिंह रजावत हेलीकॉप्टर से दुल्हन सिमरन को विदा कराकर ले गए. दूल्हे ने बताया कि सिमरन के पिता का सपना था कि उनकी लाडो बेटी उड़कर अपने ससुराल जाए. इस दौरान गांव में हेलीकॉप्टर आने के बाद ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी और सेल्फी लेने कि लोगों में होड़ लग गई.

(नागौर से केशाराम की रिपोर्ट)

 

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