
राजस्थान के ब्यावर जिले में पांच हिंदू नाबालिग लड़कियों के कथित यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग के मामले ने राज्य में हड़कंप मचा दिया है. इस घटना को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने कड़ा रुख अपनाते हुए 'लव जिहाद' और 'लैंड जिहाद' को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की है.
क्या है पूरा मामला?
ब्यावर जिले के बिजयनगर थाना क्षेत्र में 10 युवकों और तीन नाबालिग लड़कों पर पांच नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और ब्लैकमेल का आरोप है. इन आरोपियों में आठ मुस्लिम और दो हिंदू युवक शामिल हैं. पुलिस ने 16 फरवरी को तीन एफआईआर दर्ज की थीं.
VHP के क्षेत्रीय सचिव सुरेश उपाध्याय ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि 'लव जिहाद' और 'लैंड जिहाद' देशभर में बढ़ती समस्या बन चुकी हैं और राजस्थान भी इससे अछूता नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों से दोस्ती कर उन्हें फंसाते हैं और फिर नशीले पदार्थों या धमकी के जरिए उनका शोषण करते हैं.
हिंदू संगठनों ने किया विरोध प्रदर्शन
इस मामले को लेकर 1 मार्च को अजयमेरु (अजमेर) में हिंदू संगठनों ने 'आक्रोश रैली' निकाली. गांधी भवन से कलेक्ट्रेट तक हुए इस प्रदर्शन के दौरान बाजार भी बंद रहे. प्रदर्शनकारियों ने सीबीआई जांच की मांग उठाई और मदरसों की जांच तथा हुक्का बारों पर सख्त कार्रवाई की अपील की.
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने इस मामले की विस्तृत जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) बनाने की मांग की है. उन्होंने अधिकारियों को आरोपियों की संपत्तियों की जांच करने और अवैध कब्जों को हटाने का निर्देश दिया. इसके अलावा, बिजयनगर नगरपालिका प्रशासन ने आरोपियों और स्थानीय जामा मस्जिद व पुराने कब्रिस्तान को अतिक्रमण हटाने के नोटिस जारी किए हैं. कुछ अवैध कब्जों को पहले ही हटा दिया गया है.
VHP ने राज्य सरकार से मांग की है कि 'लव जिहाद' और 'लैंड जिहाद' पर रोक लगाने के लिए कड़े कानून बनाए जाएं और ऐसे मामलों में पुलिस को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए जाएं.