
राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा उम्मीदवारों के नामों के ऐलान के बाद सन्नाटा छाया हुआ है. ये सातों नाम किसने तय किए हैं और किसके कहने पर घोषित हुए हैं, ये एक रहस्य बना हुआ है. हालत ऐसी है कि सातों उम्मीदवारों को कांग्रेस का सिंबल दे दिया गया मगर उनके पक्ष में बयान देने के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा तक सामने नहीं आए. लोकसभा चुनाव के दौरान बना INDIA ब्लॉक राजस्थान उपचुनाव में टूट गया है.
कांग्रेस ने हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से गठबंधन तोड़ते हुए BJP में शामिल हुए पुराने कांग्रेसी नेता सवाई सिंह चौधरी की पत्नी डॉक्टर रतन सिंह को खींवसर से उम्मीदवार बना दिया. वहीं पत्नी को टिकट मिलने से ठीक पहले सवाई सिंह चौधरी ने BJP से इस्तीफ़ा दे दिया था. इसके बाद हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने भी बेनीवाल के पत्नी कनिका बेनीवाल को खींवसर से उम्मीदवार बना दिया. माना जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता हनुमान बेनीवाल के बीच झगड़े की वजह से ये गठबंधन टूट गया.
उधर, देवली उनियारा विधानसभा सीट से KC मीणा को कांग्रेस का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता पूछ रहे हैं कि KC मीणा कौन हैं? बीजेपी वाले हैं क्या? कहा जा रहा है कि कांग्रेस के सभी नेताओं ने मिलकर देवली उनियारा से KC मीणा को कांग्रेस क उम्मीदवार बनाया है. लेकिन प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा हो या सचिन पायलट हो या अशोक गहलोत, कोई भी नेता बताने के लिए तैयार नहीं है कि मीणा किसकी सिफ़ारिश से कांग्रेस उम्मीदवार बनाए गए हैं? उनका BJP के नेताओं और RSS से जुड़े कार्यकर्ताओं से भी नज़दीकी रही है. मगर कहा जा रहा है कि देवली उनियारा सीट छोड़कर टोंक सवाईमाधोपुर से सांसद बने हरीश मीणा के कहने पर सभी ने मिलकर केसी मीणा को यहां से उम्मीदवार बनाया गया है.
दौसा के कार्यकर्ताओं में निराशा
दौसा विधानसभा सीट से BJP से नाराज चल रहे मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को टिकट देने के बाद दलित चेहरे और कांग्रेस से साधारण कार्यकर्ता डीसी बैरवा को टिकट दिया था. इससे पहले यहां से मुरारीलाल मीणा कांग्रेस के उम्मीदवार बनते थे. यहां पर कांग्रेस के एससी और बीजेपी के एसटी उम्मीदवारों के बीच मुक़ाबला है. दोनों की जनसंख्या बराबर होने की वजह से ब्रह्ममण और गुर्जर वोटरों पर निर्भर करेगा कि कौन जीतेगा. सचिन पायलट का इलाक़ा होने की वजह से उनकी भी प्रतिष्ठा दांव पर है.
झूंझनू से ओला परिवार पर कांग्रेस का भरोसा
झूंझनू में कांग्रेस ने शीशराम ओला के परिवार पर भरोसा फिर से जताया है. बृजेन्द्र ओला के सांसद बनने के बाद झुंझुनू विधानसभा सीट ख़ाली हुई थी यहां पर उनके बेटे अमित कोलाको कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है. यहां पर साल से ज़्यादा समय से बोला परिवार के व्यक्ति को ही टिकट मिलता है. ये इसी तरह से रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में भी कांग्रेस ने जुबेर खान के बेटे आर्यन खान को अपना उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर जुबेर ख़ान विधायक थे जिनका देहांत हो गया था. इससे पहले जुबेर खान की पत्नी साथ ही यहां से विधायक थीं.
BJP ने भी सलूम्बर सीट पर अपने दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी सांता देवी को उम्मीदवार बनाया तो कांग्रेस ने वहां पर साल से चुनाव हार रहे रघुवीर मीणा और उनकी पत्नी का टिकट काटकर कांग्रेस पार्टी के साधारण कार्यकर्ता रेस्मा मीणा को टिकट दिया है. हालांकि इसके बाद पार्टी में बगावत भी देखी जा रही है. 2 ब्लॉक अध्यक्षों ने इस्तीफ़ा दे दिया है. इसी तरह 84 विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने अपने कद्दावर नेता और बार बार चुनाव हारने वाले ताराचंद भगोरा का टिकट काटकर के नए चेहरे महेश रोत पर दांव खेला है. रोत फिलहाल प्रधान हैं और सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर से छात्र संघ अध्यक्ष भी चुके हैं. इस सीट पर BJP ने भी अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. BJP ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार अब तक घोषित नहीं किया था. सबसे आख़िरी में कारी लाल ननोमा को अपना उम्मीदवार बनाया है.
इस सीट पर सबसे पहले भारत आदिवासी पार्टी ने अपना उम्मीदवार अनिल कटारा को घोषित किया था. 84 विधानसभा सीट बाप पार्टी के राजकुमार रोत के बांसवाड़ा से सांसद बनने के बाद ख़ाली हुआ है. पिछली बार कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के तहत यह सीट बाप पार्टी के लिए छोड़ दी थी. गठबंधन टूटने के बाद बाप पार्टी और आरएलपी ने भी ऐलान किया है कि बाक़ी के सीटों पर भी हो चुनाव लड़ेगी. ऐसे में चर्चा है कि गठबंधन टूटने से कांग्रेस को नुक़सान हो सकता है.