
राजस्थान के झुंझुनू जिले के सोती गांव में एक अनोखा रेस्क्यू ऑपरेशन सामने आया है. इस बार मामला किसी बच्चे का नहीं, बल्कि एक बिल्ली का था. श्री बालाजी मंदिर के पास स्थित पुराने कुएं में 120 फीट गहराई में बिल्ली गिर गई थी. खबर मिलते ही गांव के युवाओं ने बिना देर किए बचाव कार्य शुरू किया और बिल्ली को बचा लिया.
गांव वालों के अनुसार, जैसे ही उन्हें बिल्ली के कुएं में फंसने की सूचना मिली, स्थानीय युवाओं ने खुद ही कुएं में उतरकर बिल्ली को बचाने की कोशिश की. उन्होंने बिल्ली के लिए भोजन और पानी भी कुएं में रखा, ताकि बिल्ली जीवित रहे. हालांकि, गहराई अधिक होने के कारण बचाव प्रयास में सफल नहीं हो सके और यह ऑपरेशन 5 दिनों तक चला.
120 फीट गहरे कुएं में गिरी बिल्ली
जब युवा अकेले इस चुनौती का सामना करने में असमर्थ रहे, तब प्राणी मित्र सेवा समिति की मदद ली गई. समिति के प्रमुख डॉ. अनिल खीचड़ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. रस्सियों और जाल की मदद से लगभग तीन घंटे तक चले बचाव अभियान के बाद, बिल्ली को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
बिल्ली को बाहर निकालने के बाद उपस्थित डॉक्टरों ने उसकी जांच की और पाया कि बिल्ली पूरी तरह स्वस्थ है. इस खबर से गांव में खुशी की लहर दौड़ गई. लोगों ने राहत की सांस ली और मिठाइयों के साथ जश्न मनाया.
5 दिन चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बिल्ली को बचाया गया
सोशल मीडिया पर इस रेस्क्यू ऑपरेशन के वीडियो और फोटो तेजी से वायरल हो रही हैं, जिससे गांव के युवाओं की मेहनत की खूब तारीफ हो रही है. यह अनोखा रेस्क्यू ऑपरेशन, जिसमें बच्चों के गिरने के मामलों की जगह एक बिल्ली का बचाव हुआ, पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है.