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राजस्थान के CM को जेल से आया कॉल, कैदी ने दी जान से मारने की धमकी

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जेल में बंद कैदी से जान से मारने की धमकी मिली है. जयपुर के एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने बताया कि कंट्रोल रूम में धमकी भरा कॉल आने के बाद टीम ने तुरंत लोकेशन ट्रेस की तो पता चला कि धमकी दौसा के सालवास स्थित विशिष्ट जेल से दी गई है. इसके बाद पुलिस ने जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया और दार्जिलिंग निवासी निमो नाम के कैदी से पूछताछ की.

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (फाइल फोटो). मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (फाइल फोटो).
विशाल शर्मा
  • जयपुर,
  • 28 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 10:10 PM IST

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जेल में बंद कैदी से जान से मारने की धमकी मिली है. पिछले 6 महीने में यह दूसरी बार है, जब भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी मिली है. इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि दोनों ही बार सीएम को जेल में बंद कैदी ने धमकी दी है. इस बार धमकी भरा कॉल जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम में बीती रात करीब 2 बजे आया था.

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इसके बाद पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और जांच शुरू कर दी. इस दौरान साइबर टीम ने जिस नंबर से कॉल आया था, उसे ट्रेस किया और कुछ ही घंटों में सिरफिरे को ढूंढ निकाला. जयपुर के एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने बताया कि कंट्रोल रूम में धमकी भरा कॉल आने के बाद टीम ने तुरंत लोकेशन ट्रेस की तो पता चला कि धमकी दौसा के सालवास स्थित विशिष्ट जेल से दी गई है.

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इसके बाद पुलिस ने जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया और दार्जिलिंग निवासी निमो नाम के कैदी से पूछताछ की. उसने धमकी देने की बात स्वीकार की. बता दें कि आरोपी निमो पोक्सो एक्ट के तहत सजा काट रहा है, जिसे जयपुर पुलिस अब प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर जयपुर लाएगी. इसके बाद पता चलेगा कि जेल में रहते हुए उसने धमकी क्यों दी. जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने जब जेल में सर्च अभियान चलाया तो करीब आधा दर्जन मोबाइल फोन भी बरामद किए, जो सभी एक्टिव थे.

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एक साथ तीन एफआईआर दर्ज

 वहीं, मुख्यमंत्री को धमकी देने के मामले में एक साथ तीन एफआईआर दर्ज की गई है. पहली एफआईआर जयपुर के विधायकपुरी थाने में पुलिस कंट्रोल रूम डीओ की ओर से दर्ज कराई गई है, जबकि दो एफआईआर दौसा के पापड़ा थाने में जेलर बिहारी लाल की ओर से दर्ज कराई गई हैं. जेल में सर्च अभियान में जमीन के नीचे से 10 मोबाइल, चार्जर, पेनड्राइव भी मिले हैं.

ऐसे में इतनी बड़ी लापरवाही को लेकर सीएमओ की ओर से जेल प्रशासन को फटकार भी लगाई गई है. इसके बाद जेल प्रशासन हरकत में आया और कार्यवाहक जेल अधीक्षक कैलाश दरोगा, जेलर बिहारी लाल और मुख्य प्रहरी अवधेश कुमार को निलंबित कर दिया गया. इस संबंध में अधीक्षक और जेलर के लिए डीजी जेल राजेश निर्वाण और मुख्य प्रहरी के लिए डीआईजी मोनिका अग्रवाल ने आदेश जारी किए हैं.

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