Advertisement

राजस्थान: ATM से सेक्सटॉर्शन की रकम निकालता साइबर ठग गिरफ्तार, जानें कैसे करता था ठगी

एसपी ने बताया कि आरोपी को डिटेन करने के बाद पूछताछ की तो उसने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया. तलाशी में मिले 5 एटीएम कार्ड, क्यू आर कोड स्कैनर और रकम के बारे में सख्ती से पूछताछ की तो उसने सेक्सटॉर्शन की रकम होना बताया.

दौसा में ठग गिरफ्तार (प्रतीकात्मक तस्वीर) दौसा में ठग गिरफ्तार (प्रतीकात्मक तस्वीर)
देव अंकुर
  • दौसा,
  • 16 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 1:22 AM IST

राजस्थान पुलिस ने सेक्सटॉर्शन के जरिए ठगी करने वाले एक साइबर ठग को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसके पास से 5 अलग-अलग बैंकों व लोगों के एटीएम कार्ड, एक क्यूआर कोड स्कैनर और एटीएम से निकाले गए साइबर ठगी के 3.50 लाख रुपये बरामद किए हैं. दरअसल, मामला दौरा जिले के बांदीकुई थाना क्षेत्र का है. पुलिस ने सूचना मिलने पर ठग को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह देर रात एटीएम से सेक्सटॉर्शन से अर्जित ठगी की रकम निकाल रहा था. 

Advertisement

मामले की जानकारी देते हुए एसपी संजीव नैन ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पूरण सिंह मीना पुत्र धर्म सिंह मीना (23) गढ हिम्मतसिंह पुलिस थाना मंडावर जिला दौसा का रहने वाला है. पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर सक्रिय अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान की कड़ी में शुक्रवार को कॉन्स्टेबल नेमीचंद की सूचना पर थाना बांदीकुई पुलिस द्वारा यह कार्रवाई की गई.

उन्होंने बताया कि कोट महवा और मेवात की तरफ रहने वाले कुछ लोगों से ठगी कर अपने बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करवाकर नगद पैसा निकालने की जानकारी मिली थी. बांदीकुई क्षेत्र में एटीएम मशीन से इन युवकों द्वारा पैसे निकालने जाने के इनपुट पर एएसपी लालचंद कयाल, सीओ उदय सिंह मीणा व एसएचओ नरेश चंद्र शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित कर बैंक और एटीएम बूथ के पास निगरानी रखी गई. गश्त के दौरान रात 12:00 बजे बाद एक युवक सिकंदरा रोड स्थित एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के एटीएम के सामने खड़ा दिखाई दिया. पुलिस को देख आरोपी ने भागने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाया. 

Advertisement

ऐसे लोगों को गुमाराह करते थे ठग

एसपी ने बताया कि आरोपी को डिटेन करने के बाद पूछताछ की तो उसने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया. तलाशी में मिले 5 एटीएम कार्ड, क्यू आर कोड स्कैनर और रकम के बारे में सख्ती से पूछताछ की तो उसने सेक्सटॉर्शन की रकम होना बताया. ठग अनपढ़-बेरोजगार को लालच देकर सिम प्राप्त कर बैंक खाते खुलवाते. उनके नाम से जारी सिम से व्हाट्सएप चालू कर लेते हैं और लालच देकर उन्हीं के व्यक्तिगत डाटा से विभिन्न बैंकों में खाता खुलवा एटीएम और चेक बुक अपने पास रखते हैं.

महिला की डीपी लगा फांसते थे आरोपी

साइबर ठग लालच देकर प्राप्त की गई सिम से व्हाट्सएप अकाउंट बना उस पर महिला की डीपी लगाते. ट्रूकॉलर पर भी लड़की का नाम ही प्रदर्शित करते. उसके बाद Hi, Hello भेजकर चैटिंग स्टार्ट की जाती. कुछ समय बाद वीडियो कॉलिंग कर अश्लील वीडियो बना वायरल करने की धमकी देकर मोटी रकम की डिमांड करते थे. अधिकांश लोग डर के कारण इनके कहे अनुसार रकम ट्रांसफर करा देते थे.

क्या होता है सेक्सटॉर्शन

सेक्सटॉर्शन (Sextortion) बहुत से लोगों के लिए एक नया शब्द हो सकता है, लेकिन इसका 'माया जाल' तेजी से फैल रहा है. इसकी जद में आने वाले ज्यादातर लोग इस मामले की किसी भी तरह दबाने की कोशिश करते हैं. वहीं स्कैमर्स के लिए ये एक नया खुला मैदान है, जहां वे लोगों को फंसाकर उनसे पैसे वसूलने की चक्कर में पड़े हैं. अगर आप किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हैं या फिर वॉट्सऐप जैसी इंस्टैंट मैसेजिंग सर्विस यूज करते हैं, तो Sextortion का शिकार हो सकते हैं. ये शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसमें एक सेक्स और दूसरे एक्सटॉर्शन है, जिसका मतलब होता है अश्लील फोटो वीडियो से ब्लैकमेल करके जबरन वसूली करना. 

Advertisement

ऐसा नहीं है कि सेक्सटॉर्शन किसी एक प्लेटफॉर्म पर सीमित है. इस अपराध को कई तरह से अंजाम दिया जा रहा है. हालांकि, इनका मकसद साफ है कि यूजर्स से जबरन वसूली करना. इसके लिए क्रिमिनल्स आम लोगों को एक ब्यूटी और फ्रेंडशिप के जाल में फंसाने की कोशिश करते हैं. फिर ब्लैकमेल करते हैं.

TOPICS:
Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement