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राजस्थान: टोंक में भीषण बारिश से बाढ़ जैसे हालात, टूट गया बांध, स्कूल और घरों में घुसा पानी

राजस्थान के टोंक में भीषण बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. भारी बारिश के बाद सहोदरा नदी के बहाव में फंसे तीन लोगों को बचाने के बाद एक पिकअप बहाव में पलट गई, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद भी नहीं निकाला जा सका.

राजस्थान के टोंक में भीषण बारिश के बाद हालात खराब हो गए हैं. राजस्थान के टोंक में भीषण बारिश के बाद हालात खराब हो गए हैं.
मनोज तिवारी
  • टोंक,
  • 06 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 3:36 AM IST

राजस्थान में सक्रिय हुए मानसून के बाद टोंक जिले में पहली ही बारिश ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. यहां पहली बारीश ने मालपुरा उपखंड में भारी तबाही मचायी है. रात करीब 8 बजे से दोपहर 3 तक जिले में सर्वाधिक 335 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है, इसके बाद भी बारिश जारी है.

मालपुरा कस्बे के बीचोबीच स्थित पीएमश्री बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय भवन के सभी कमरे जलमग्न हो गए हैं. विद्यालय के बाहर चौक में भी घुटनों तक पानी भर जाने से वहां अघोषित रूप से छुट्टी कर दी गई है. सहोदरा नदी के ऊफान का पानी चांदसेम गांव में घुस जाने से कई मकान धराशायी हो गए हैं.

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बहाव के कारण पलट गई पिकअप

भारी बारिश के बाद सहोदरा नदी के बहाव में फंसे तीन लोगों को बचाने के बाद एक पिकअप बहाव में पलट गई, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद भी नहीं निकाला जा सका. मालपुरा कस्बे का बम तालाब भी पूरी तरह से लबालब होने के बाद ओवरफ्लो हो गया है. उपखंड के चांदसेन बांध, घारेड़ा सागर और सालों से पानी को तरस रहे टोरडी सागर बांध में भी पानी की जबरदस्त आवक बनी हुई है.

गांवों का आपसी संपर्क कटा

भारी बारिश के चलते सहोदरा नदी पूरे उफान पर नजर आ रही है. लगातार बारिश के चलते सड़कों का कटाव और उनके क्षतिग्रस्त हो जाने से कई गांवों का आपसी संपर्क कट गया है. मालपुरा उपखंड के लावा कस्बे के चोरपुरा मार्ग स्थित रामसागर बांध पानी ज्यादा हो जाने के कारण टूट गया है.

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कई बस्तियों में बाढ़ जैसे हालात

खास बात यह कि जल संसाधन विभाग ने यहां 2 करोड़ 41 लाख रुपए की लागत से हाल ही में मरम्मत कराई थी. रामसागर के टूट जाने से आसपास के खेत पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं. कस्बे की कई बस्तियों में बाढ़ जैसे हालात बन गए है. इधर, जिला मुख्यालय पर भी कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं. यहां पुरानी टोंक में सबसे बुरा हाल हैं, जहां सड़क पर कई फीट पानी बहता नजर आ रहा है.

प्रशासन ने किया अलर्ट

मौसम विभाग के टोंक जिले में रेड अलर्ट जारी करने के बाद से पूरे जिले में अलर्ट जारी कर निचली बस्ती में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था. कलेक्टर ने आदेश जारी कर आगामी दिनों में भी बांधों और तालाबों के बहाव क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं.

कर्मचारियों की छुट्टी निरस्त

मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे में जिले में भारी बारिश की चेतावनी दी है. इसे देखते हुए जिला कलेक्टर सौम्या झा ने 6 और 7 जुलाई के दिन कक्षा एक से 12वीं तक के सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है. कलेक्टर ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त करते हुए अवकाश पर पाबंदी लगा दी है. सभी कर्मचारियों को अपने मुख्यालय नहीं छोड़ने के लिये भी निर्देशित किया गया है.

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बीसलपुर बांध में आया 1 TMC पानी

जयपुर, टोंक और अजमेर के अलावा कुछ अन्य जिलों की लाइफ कहे जाने वाले बीसलपुर बांध में भी इसके केचमेंट में हुई अच्छी बारीश से पानी की लगातार आवक बनी हुई है. 315.50 आरएल मीटर की भराव क्षमता वाले बांध का जलस्तर 6 बजे 309.66 आरएल मीटर था, जो आज शाम 6 बजे बढ़कर 310.09 आरएल मीटर हो चुका है. बांध में लगभग 1 टीएमसी पानी की वृद्धि दर्ज की गई है. 38 टीएमसी की क्षमता बाले बांध में फिलहाल 11 टीएमसी पानी मौजूद है. उसमें पानी की लगातार आवक बनी हुई है.

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