
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को जैसलमेर के भारत -पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र का दौरा किया. इसके बाद उन्होंने श्री तनोट मंदिर सीमा विकास परियोजना का शिलान्यास किया. ‘तनोट विजय स्तंभ’ पर उन्होंने पुष्प अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि भी दी.
श्री तनोट मंदिर में पूजा करने के बाद वह जोधपुर के लिए रवाना हो गए. यहां शाह का भव्य स्वागत किया जाएगा और बाइक पर भगवा पगड़ी में पार्टी के 1500 से अधिक कार्यकर्ता उन्हें हवाई अड्डे से रैली के रूप में बैठक स्थल तक ले जाएंगे.
अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर राजस्थान आए हुए हैं. उनके इस दौरे को राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से जोड़कर भी देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि वह कांग्रेसशासित राज्य में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को चुनावी मोड में लाने के लिए आए हुए हैं.
जोधपुर है सीएम अशोक गहलोत का गृहनगर
जोधपुर को राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र का गढ़ माना जाता है और यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृहनगर है. इसलिए अमित शाह ने यहीं से कांग्रेस को टक्कर देने की शुरुआत कर रहे हैं. यहां वह आज सबसे पहले एक होटल में पार्टी के ओबीसी मोर्चा के समापन सत्र को संबोधित करेंगे. इसके बाद जोधपुर के दशहरा मैदान में बीजेपी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ जनसभा होगी. पार्टी बैठक के लिए पूरे संभाग से 25,000 से अधिक बूथ कार्यकर्ता शामिल होंगे.
जोधपुर में बीजेपी ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक का उद्घाटन कल यानी शुक्रवार को बीजेपी के ओबीसी मोर्चा प्रमुख के अध्यक्ष आर. लक्ष्मण और पार्टी के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने किया था. अमित शाह बैठक के दूसरे दिन एक सत्र को संबोधित करेंगे.
ओबीसी वोट बैंक पर बीजेपी की नजर
अमित शाह ने ओबीसी मोर्चा को संबोधित करते हुए 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में पार्टी के ओबीसी वोट बैंक को मजबूत करने का लक्ष्य रखा है. ओबीसी राजस्थान की आबादी का 52 प्रतिशत है. इनमें से 11 फीसदी जाट हैं. राज्य की 150 सीटों पर इस समुदाय का प्रभाव है. अभी तक राजस्थान में ओबीसी के 55 विधायक हैं, जिनमें 43 जाट हैं.
राज्य के 200 विधानसभा क्षेत्रों में से 33 जोधपुर संभाग में हैं, जिनमें 10 जोधपुर जिले में हैं. इनमें से भाजपा के पास फिलहाल 14, कांग्रेस के पास 17, जबकि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और निर्दलीय के पास एक-एक सीट है. जोधपुर राजस्थान का सबसे बड़ा संभाग है, जिसमें छह जिले जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर, सिरोही, पाली शामिल हैं.