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राजस्थान: 10 लाख से ज्यादा मवेशी लंपी वायरस की चपेट में, 7 जिलों में जीरो वैक्सीनेशन

राजस्थान में लंपी वायरस कहर बरपा रहा है. इस वायरस की वजह से मवेशियों में एक अलग तरह का त्वचा रोग फैल रहा है. राजस्थान में स्थिति इसलिए भयावह दिख रही है, क्योंकि यहां 7 जिलों में इस बीमारी को लेकर शून्य टीकाकरण हुआ है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • जयपुर,
  • 09 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:38 PM IST

राजस्थान के 7 जिलों में लंपी वायरस का टीकाकरण शून्य है. इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिला जोधपुर भी शामिल है. राजस्थान में कहर बरपा रहा लंपी वायरस मवेशियों में त्वचा रोग फैला रहा है.

पशुपालन विभाग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 10.61 लाख से अधिक संख्या में गोवंश मवेशी इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. जबकि मात्र 6.8 लाख लोगों को ही टीका लगाया गया है. 7 जिलों में पशुपालन विभाग अभी भी वैक्सीनेशन का काम शुरू नहीं कर सका है. 

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8 सितंबर तक राज्य में 10,61,787 गोवंश मवेशी इस वायरस की चपेट में आ चुके है. इसमें से 46,317 गायों की मौत हो चुकी हैॅ जबकि अभी तक सिर्फ 6,87,375 गोवंश मवेशियों का ही टीकाकरण किया जा सका है. 

जिन 7 जिलों में टीकाकरण शून्य है, उनमें जोधपुर के अलावा बाड़मेर, पाली, बीकानेर, नागौर, जैसलमेर और धौलपुर शामिल हैं. इनमें से 6 जिले पश्चिमी राजस्थान में पड़ते हैं.

लंपी वायरस का सबसे ज्यादा प्रकोप पश्चिमी राजस्थान के जिलों में ही देखने को मिल रहा है. वायरस के प्रभावी होने के बाद से अब तक इन इलाकों में 16,137 गायों की मौत हो चुकी है. ये पशुपालन विभाग के आधिकारिक आंकड़े हैं. बताया जा रहा है कि हकीकत में ये आंकड़े 4 से 5 गुना अधिक हो सकते हैं.

वहीं उत्तर प्रदेश में भी लंपी वायरस का प्रकोप बना हुआ है. वहां पर भी बड़ी संख्या में इसने मवेशियों को अपनी चपेट में लिया है. यहां उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इससे निपटने के लिए पीलीभीत से इटावा तक लगभग तीन सौ किलोमीटर लंबी इम्यून बेल्ट बनाने की योजना तैयार की है.

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(रिपोर्ट: जयकिशन शर्मा)

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