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रैगिंग से MBBS के छात्र की किडनी डैमेज, 300 सिटअप्स से बिगड़ी हालत, 4 बार हुई डायलिसिस

राजस्थान के जयपुर में मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस के एक छात्र की किडनी में रैगिंग के कारण इंफेक्शन हो गया. इस कारण उसे 4 बार डायलिसिस करानी पड़ी और एक सप्ताह तक हॉस्पिटल में भर्ती रहना पड़ा. इस मामले में कॉलेज के 7 सीनियर छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
aajtak.in
  • जयपुर,
  • 26 जून 2024,
  • अपडेटेड 7:02 PM IST

जयपुर में डुंगरपुर मेडिकल कॉलेज के MBBS फर्स्ट ईयर के छात्र को रैगिंग के बाद चार बार डायलिसिस करानी पड़ी. कॉलेज के सीनियर्स ने पिछले महीने उसे इस कदर रैगिंग के दौरान प्रताड़ित किया था कि उसकी किडनी में इंफेक्शन हो गया. इसके बाद उसे अस्पताल में चार बार डायलिसिस से गुजरना पड़ा.

न्यूज एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार डुंगरपुर सदर थाना के एसएचओ गिरधारी सिंह ने बताया कि सेकंड ईयर के सात छात्रों ने पीड़ित से कॉलेज में 15 मई को 300 बार उठक-बैठक कराई थी. इतनी बार एक साथ सिटअप्स करने से छात्र के किडनी पर काफी दबाव पड़ा. इस कारण उसकी किडनी में गड़बड़ी आ गई और उसमें इंफेक्शन हो गया.

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एक सप्ताह तक अस्पताल में भर्ती रहा छात्र 
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित छात्र को इसके बाद अहमदाबाद में एक सप्ताह के लिए हॉस्पिटलाइज्ड होना पड़ा. इस दौरान चार बार उसे डायलिसिस से गुजरना पड़ा. हालांकि, अब छात्र की हालत स्थिर है और उसने 15 जून को फिर से कॉलेज ज्वाइन कर लिया. 

कॉलेज प्रिंसिपल ने आरोपी छात्रों पर दर्ज कराया मामला
इस मामले में कॉलेज के प्रिंसिपल ने आरोपी छात्रों के खिलाफ मंगलवार को एफआईआर दर्ज कराया. कॉलेज के एंटी रैगिंग कमेटी की जांच दोषी पाए जाने के बाद प्रिंसिपल ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. बताया जाता है कि पीड़ित ने पिछले साल सितंबर में कॉलेज में दाखिला लिया था.

7 छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस का कहना है कि छात्र को इससे पहले भी रैगिंग का सामना करना पड़ा था. लेकिन, उसने इस बारे में कंप्लेन नहीं की थी. ताजा मामला तब सामने आया, जब कॉलेज ऑथरिटी को ऑनलाइन माध्यम से 20 जून को एक शिकायत मिली. इसके बाद एक जांच कराई गई. अब सात छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है और मामले की जांच की जा रही है.

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