
मैनाल झरने में भीलवाड़ा का रहने वाला कन्हैया लाल बेरवा अपने दोस्त अक्षत धोबी के साथ रील बना रहा था. तभी उसका संतुलन बिगड़ गया और दोनों दोस्त झरने में बहने लगे. तभी वहां लगी हुई सुरक्षा की जंजीर उन्होंने पकड़ लिया. कन्हैया लाल के दोस्त अक्षत को तो वहां उपस्थित लोगों ने किसी तरह बचा लिया. मगर कन्हैया लाल बेरवा पानी के तेज प्रवाह को ज्यादा देर तक झेल नहीं पाया और उसके हाथ छूट गया.
जंजीर से हाथ छूटते ही वह 150 फीट नीचे खाई में बह गया. इस कारण उसकी मौत हो गई. पिछले 1 सप्ताह में मैनाल झरने पर यह चौथा बड़ा हादसा हुआ है. प्रशासन ने वहां सुरक्षा के लिए जंजीर लगा रखी है. उसके बावजूद पर्यटक सेल्फी लेने और रील बनाने से बाज नहीं आ रहे हैं. झरने में बहा 20 साल का कन्हैया लाल बेरवा भीलवाड़ा का रहने वाला था.
उसका दोस्त जिसे बचा लिया गया, 26 साल का अक्षत भी भीलवाड़ा का रहने वाला है. दोनों सोमवार सुबह मैनाल झरने पर घूमने गए थे. वहां पहुंचकर दोनों झरने में नहाने लगे और रील बनाने लगे. इसी बीच अचानक पानी के तेज बहाव में दोनों बहने लगे. इस बीच प्रशासन द्वारा लगाई गई सुरक्षा की जंजीर को पड़कर उन्होंने बचने का प्रयास भी किया. मगर कन्हैया लाल नहीं बच पाया.
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. एसडीआरएफ के बीस जवान और गोताखोल युवक को ढूंढने में लगे हैं. अब तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है. चित्तौड़गढ़ जिले के बेंगू तहसीलदार धर्मेंद्र स्वामी ने बताया कि मेनाल में सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग कर जंजीर बनाई गई है.
सुरक्षा के तमाम व्यवस्था करने के बाद और सुरक्षा में लगे पुलिस के जवानों की नजरों से बचकर लोग डेंजर पॉइंट पर पहुंच जाते हैं. इस हादसे में भी स्थानीय गोताखोरों ने युवक को बचाने की काफी कोशिश की. मगर पानी का तेज बहाव होने के कारण वह बह गया. एसडीआरएफ की एक टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है.