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राजस्थान के कोटा में रविवार को NEET की तैयारी कर रहे दो छात्रों ने सुसाइड कर लिया. जिसके बाद इस साल कोटा में मरने वाले छात्रों की संख्या 22 हो गई है. पुलिस ने कहा कि चार घंटे के भीतर ही दोनों घटनाएं हुई हैं.
पुलिस के मुताबिक, आविष्कार शंबाजी कासले (17) ने जवाहर नगर में अपने कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग की छठी मंजिल से दोपहर करीब 3.15 बजे छलांग लगा ली. उसने यह कदम इंस्टीट्यूट का टेस्ट देने के बाद उठाया. विज्ञान नगर के सीओ धर्मवीर सिंह ने कहा कि संस्थान के कर्मचारी कासले को अस्पताल लेकर गए, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.
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कासले की मौत के चार घंटे बाद ही आदर्श राज (18) ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया. पुलिस ने बताया कि आदर्श प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था, उसने रविवार शाम करीब 7 बजे कुन्हाड़ी पुलिस थाना क्षेत्र में अपने किराए के फ्लैट में फांसी लगा ली.
कुन्हाड़ी के सीओ केएस राठौड़ ने बताया, जब आदर्श की बहन और चचेरा भाई करीब 7.30 बजे फ्लैट पर पहुंचे तो उन्होंने कमरे का गेट तोड़ दिया, जोकि अंदर से बंद था. उन्होंने पाया कि आदर्श फांसी के फंदे पर लटका हुआ था. उन्होंने बताया कि जब आदर्श राज को नीचे उतारा गया तो वह कथित तौर पर सांस ले रहा था, लेकिन अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया.
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महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला था एक छात्र
इनमें आविष्कार कालसे महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला था और तीन साल से कोटा में NEET UG की तैयारी कर रहा था. वह अपने नाना-नानी के साथ तलवंडी इलाके में किराए के कमरे में रह रहा था. पुलिस ने बताया कि कालसे के माता-पिता महाराष्ट्र के सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं.
दूसरा छात्र बिहार के रोहतास का रहने वाला था
वहीं आदर्श राज बिहार के रोहतास जिले का रहने वाला था, जोकि बीते एक साल से कोटा के एक कोचिंग सेंटर में NEET UG की तैयारी कर रहा था. वह अपनी बहन और चचेरे भाई के साथ किराए के 2BHK फ्लैट में रह रहा था, जोकि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं. पुलिस के मुताबिक, किसी भी छात्र के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है.
विज्ञान नगर सीओ ने कहा, कासले ने दोपहर के सत्र में कोचिंग संस्थान की तीसरी मंजिल पर नियमित परीक्षा दी और उसके तुरंत बाद इमारत की छठी मंजिल से करीब 72 फीट नीचे छलांग लगा दी.
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रूटीन टेस्ट में आए थे कम नंबर
पुलिस ने कहा, बिल्डिंग की घुमावदार सीढ़ियां ढकी हुई नहीं थीं और इसकी जांच की जाएगी कि कालसे कर्मचारियों और अन्य छात्रों की मौजूदगी के बीच छठी मंजिल पर कैसे चढ़ गया. सीओ ने कहा, कासले की सुसाइड के पीछे संस्थान में रूटीन टेस्ट में उसके कम नंबर हो सकते हैं क्योंकि वह पहले अच्छे अंक प्राप्त कर रहा था, लेकिन आखिरी टेस्ट में 575 नंबर में से उसके 288 ही आए थे.
रूटीन टेस्ट पर दो महीने तक रोक
वहीं राज्य सरकार ने कोटा के कोचिंग सेंटरों में रूटीन टेस्ट कराने पर रोक लगा दी है. सरकार की ओर से जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक, अगले दो महीने तक बच्चों को मेंटल सपोर्ट और सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी, इसके लिए दो महीने तक रूटीन टेस्ट आयोजित नहीं किए जाएंगे.
Rajasthan | Tests/Examinations at coaching centres in Kota stayed for two months in continuation of "providing mental support and security" pic.twitter.com/RjykseWxiJ
इस साल 22 छात्र कर चुके हैं सुसाइड
कोटा शहर के एएसपी भगवत सिंह हिंगड़ ने बताया कि आदर्श रूटीन टेस्ट में कम नंबर ला रहा था, इस बात से वह परेशान था. उसका शव पोस्टमार्टम के लिए रखा गया था. पुलिस ने बताया कि दोनों शवों का पोस्टमार्टम सोमवार को उनके माता-पिता के आने के बाद किया जाएगा. कासले और राज की आत्महत्याओं के कारण अकेले कोटा में कोचिंग छात्रों द्वारा आत्महत्या करने वालों की कुल संख्या इस महीने छह और इस साल 22 हो गई है.