
राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में करीब सालभर पहले आदिवासी महिला को निर्वस्त्र कर बाजार में घुमाने के मामले में अदालत ने पीड़िता के पति समेत 17 लोगों को दोषी मानते हुए सजा का ऐलान कर दिया है. कोर्ट ने पीड़िता के पति समेत 14 लोगों को 7-7 साल की कारावास और तीन महिलाओं को 5-5 साल की सजा सुनाते हुए जेल भेजने का आदेश दिया है.
स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर मनीष नागर ने बताया कि करीब 11 महीने पहले एक सितंबर, 2023 को प्रतापगढ़ के धरियावद क्षेत्र में एक महिला को उसके पति, परिजनों और ग्रामीणों ने निर्वस्त्र कर बाजार में घुमाया. इस मामले में पुलिस ने धाराओं में केस महिला के पति समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल थीं. तभी ये सह मामला सिविल कोर्ट में विचाराधीन था.
सभी 17 दोषियों को कोर्ट ने सुनाई सजा
इस मामले की सुनवाई पूरी होने पर सिविल जज रामकन्या सोनी ने सभी आरोपियों को दोषी मानते हुए सजा सुना दी है. जस्टिस ने पीड़िता के पति समेत 14 लोगों को 7-7 साल की जेल, जबकि तीन महिलाओं को 5-5 साल की जेल की सजा सुनाई है.
चार साल पहले ही हुई थी महिला का शादी
पीड़िता के वकील ने बताया कि महिला का विवाह चार साल पहले ही हुआ था और उसका पति अहमदाबाद में मजदूरी करता था. करीब दो साल पहले विवाहिता अपने को छोड़कर चली गई और दूसरे व्यक्ति के साथ रहने लगी थी. इसकी वजह से उसका पति और परिजन नाराज थे. नाराजगी के चलते इन्होंने पहले विवाहिता को प्रताड़ित किया और बाद में निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया. इस मामले को लेकर तब जिले में राजनीति भी गरमा गई थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री ने पीड़िता को आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ सरकारी नौकरी भी प्रदान की थी.