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राजस्थान के जोधपुर में दंगे मामले में एसआईटीम ने जांच शुरू कर दी है. सोमवार को एसआईटी की 6 सदस्यीय टीम जोधपुर पहुंची और मौके से जानकारी जुटाने शुरू कर दी. एसआईटी ने घटना स्थल का दौरा किया. इसके अलावा, एसआईटी टीम करौली और भीलवाड़ा में हुई हिंसा की भी जांच करेगी.
जानकारी के मुताबिक, एसआईटी की टीम ने जोधपुर शहर के भीतरी इलाकों का दौरान किया. हिंसा कैसे शुरू हुई, इसकी भी जानकारी जुटाई. एसआईटी की टीम अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बीजू जॉर्ज जोसफ के नेतृत्व में जांच कर रही है. बता दें कि तीन दिन पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करौली, जोधपुर और भीलवाड़ा में हुए दंगों की जांच के लिए एसआईटी की टीम गठित की थी.
समान रूप से हुई घटनाओं का कनेक्शन तलाशेगी SIT
डीजीपी एमएल लाठर ने करौली, जोधपुर और भीलवाड़ा हिंसा की जांच के लिए एडीजी विजिलेंस बीजू जार्ज जोसेफ के नेतृत्व में 6 सदस्यीय टीम का गठन किया है. इन घटनाओं का आपस में संबंध होने, इनके पीछे किसी प्रकार का षड्यंत्र होने या किसी योजना के तहत इन स्थानों पर समान रूप से घटनाओं के पीछे के उद्देश्य की जानकारी की जुटाएगी.
एक महीने में जांच रिपोर्ट देगी SIT
एसआईटी में आईजी अपराध राजेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक एसओजी गौरव यादव, एएसपी महिला अपराध एवं अनुसंधान सेल करौली किशोर बुटोलिया, एसीपी पश्चिम जोधपुर चक्रवती सिंह और सीओ सदर भीलवाड़ा रामचंद्र शामिल किए गए हैं. एसआईटी टीम एक महीने में सरकार के सामने अपनी जांच रिपोर्ट पेश करेगी.
तीनों शहरों में कब हुईं घटनाएं?
करौली में 2 अप्रैल को हिंदू नव वर्ष का जश्न मनाया जा रहा था, तभी एक रैली पर शहर के मुस्लिम बहुल इलाके में पथराव कर दिया गया था. उसके बाद पूरे शहर में हिंसा हो गई थी. वहीं, जोधपुर में ईद से एक दिन पहले यानी 2 मई को स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा से भगवा झंडा हटाकर इस्लामी झंडा फहराया गया था. इसे रोकने पर हिंसा हो गई थी. जोधपुर में 8 मई तक कर्फ्यू लगा दिया गया था. यहां इंटरनेट भी बंद कर दिया गया था. इसी तरह, भीलवाड़ा में 5 मई को मुस्लिम समुदाय के दो सदस्यों पर हमले के बाद तनाव हो गया था. शहर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी.