
राजस्थान में राजसमंद के नाथद्वारा में आज विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा 'विश्वास स्वरूपम' का लोकार्पण किया गया है. ये प्रतिमा 369 फीट ऊंची है. बताया जा रहा है कि इस शिव प्रतिमा को बनाने में 10 साल का समय लगा है. ये शिव प्रतिमा संत कृपा सनातन संस्थान की ओर से तैयार करवाई गई है.
शिव प्रतिमा को नाथद्वारा की गणेश टेकरी में 51 बीघा के एरिया में स्थापित किया गया है. ध्यान मुद्रा में विराजमान शिव की यह प्रतिमा 20 किलोमीटर दूर से दिखाई देती है. रात के समय प्रतिमा साफ दिखाई दे, इसके लिए विशेष लाइट्स का इंतजाम किया गया है.
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समारोह के दौरान संत मुरारी बापू, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, मंत्री शांति धारीवाल, लालचंद कटारिया, उदयलाल आंजना, राजेंद्र यादव, गोविंद मेघवाल, बाबा रामदेव, संत चिन्मयानंद, मेवाड़ पूर्व राजपरिवार के लक्ष्यराज सिंह, मेवाड़ सांसद दिया कुमारी समेत कई गणमान्य लोगों ने दीप प्रज्ज्वलित कर लोकार्पण किया.
समारोह को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि 10 साल पहले मदन पालीवाल ने जो सपना देखा था, वह आज साकार हो गया है. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि 10 साल पहले एक कली स्थापित की गई थी, जो आगे फूल बन गया है. मदन पालीवाल का सपना साकार होने से नाथद्वारा में चार चांद लग गए.
पदम उपवन संस्था के संस्थापक मदन पालीवाल ने कहा कि सीपी जोशी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजनीति में आने का न्योता दिया है, लेकिन वह अब निवृत्ति के मार्ग पर अग्रसर हो चुके हैं. ऐसे में अब धर्म के मार्ग पर आगे बढ़ेंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में रामकथा को सभी के लिए आदर्श और पथ प्रेरक बताया.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि मदन पालीवाल संत मुरारी बापू के शिष्य हैं. इसलिए उन्हें तंबाकू और गुटखा व्यवसाय छोड़कर अन्य व्यवसाय के लिए प्रेरित होना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर मदन पालीवाल कोई दूसरा व्यवसाय करेंगे तो सरकार उन्हें जरूर सहयोग प्रदान करेगी.