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'राजनीति में जो दिखता है, वो होता नहीं...', अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की अटकलों के बीच पायलट का बयान

राहुल गांधी कई बार कांग्रेस का अध्यक्ष पद बनने से इनकार कर चुके हैं. ऐसे में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को अध्यक्ष पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. वही गहलोत मीडिया से कह चुके हैं कि पार्टी ने अभी तक जो जिम्मेदारी दी है, उसे निभाता आया हूं. पार्टी जो तय करेगी मैं उसका पालन करूंगा. वहीं दूसरे ओर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की फिर से मांग उठ गई है.

पायलट से छात्रसंघ चुनाव में संयुक्त सचिव के पद पर निर्वाचित NSUI की धरा कुमावत ने मुलाकात की पायलट से छात्रसंघ चुनाव में संयुक्त सचिव के पद पर निर्वाचित NSUI की धरा कुमावत ने मुलाकात की
शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 31 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 11:29 PM IST

राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने जयपुर में सीएम अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की अटकलों के बीच बुधवार को उन्हीं के अंदाज में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मीडिया में छपी खबरों पर यकीन न कीजिए. किसी ने कहा है कि राजनीति में जो दिखता है वो होता नहीं है और जो होता है वो दिखता नहीं है. यह  मुख्यमंत्री का मशहूर डॉयलग है.

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सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री गहलोत के नाम लिए बिना कहा कि चाहे हम हों या कोई और हो, पार्टी का आदेश सबको मानना चाहिए. कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर अक्टूबर में तस्वीर साफ हो जाएगी. देश की यह इकलौती पार्टी है, जहां अध्यक्ष का चुनाव होता है.

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताजा रिपोर्ट में राजस्थान के एससी एसटी अपराध में देश में दूसरे नंबर पर और रेप केस में पहले नंबर पर आने पर पायलट ने चिंता जताई. उन्होंने कहा कि यह हमने भी पढ़ा है. यह हमारे लिए चिंता की बात है. दलितों के लिए हमें काम करना होगा. उनकी इंसाफ की लड़ाई लड़नी होगी. इसे हम ठीक करेंगे. पायलट ने कहा कि हमें इस तरह का माहौल बनाना होगा कि कोई भी व्‍यक्ति बच्चियों, दलितों, आदिवासियों व महिलाओं के खिलाफ कोई अत्याचार नहीं कर सके.

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छात्रसंघ चुनाव में हार की समीक्षा करेंगे

पायलट ने राजस्थान के 14 यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई का सूपड़ा साफ होने पर चिंता जताते हुए कहा कि हमारे लिए यह गंभीर बात है कि युवाओं ने हमें वोट नहीं दिया. युवा देश की राजनीति के लिए अहम हैं. हम छात्र संघ चुनाव में कहीं क्यों नहीं जीत पाए इसकी समीक्षा करेंगे.

सरकार में जहां कमियां हैं, उसे हम ठीक कर रहे हैं और आगे भी करेंगे. पायलट ने कहा देश के गृहमंत्री अमित शाह जोधपुर आ रहे हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूर्वी नहर परियोजना को पूरा करने का  वादा पूरा करने की घोषणा करनी चाहिए.

तीसरी बार होने जा रहा अध्यक्ष पद का चुनाव

कांग्रेस में अब तक अध्यक्ष पद के लिए दो बार चुनाव हो चुके हैं. सबसे पहले 1997 में सीताराम केसरी के खिलाफ शरद पवार और राजेश पायलट ने पर्चा भरा था, जहां केसरी को जीत मिली थी. केसरी को जहां 6224 वोट मिले तो वहीं पवार को 882 और पायलट को 354 वोट मिले थे.

दूसरी बार 2000 में जब चुनाव हुआ था तब सोनिया गांधी के सामने जीतेंद्र प्रसाद खड़े हुए थे लेकिन इस चुनाव में सोनिया गांधी को 7448 वोट जबकि प्रसाद को महज 94 वोट ही मिले थे. अब इस साल अक्टूबर में तीसरी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होंगे. 

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22 सितंबर जारी होगी चुनाव की अधिसूचना

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी. 24 सितंबर तक नामांकन किया जा सकता है. 30 सितंबर तक नाम वापस लिया जा सकता है. 1 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी. नामांकन पत्र आठ अक्टूबर तक वापस लिए जा सकते हैं.

एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को चुनाव होगा. मतदान सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक होगा और 19 अक्टूबर को मतगणना के बाद परिणाम घोषित किया जाएगा. कांग्रेस अध्यक्ष को चुनने के लिए 9000 से अधिक प्रतिनिधि (डेलीगेट्स) मतदान कर सकेंगे.

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