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आलोक मौर्य के लिए राजस्थान के सिंगर ने सीएम योगी से लगाई ये गुहार

SDM ज्योति मौर्य और आलोक के विवाद को लेकर राजस्थान में एक सॉन्ग तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें ज्योति पर आलोक को धोखा देने का जिक्र है. साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से आलोक को न्याय दिलाने के लिए कहा गया है. इसके जरिए ये भी कहा गया है कि सभी महिलाएं एक जैसी ऐसी नहीं होती हैं.

एसडीएम ज्योति मौर्य को लेकर वायरल राजस्थानी सॉन्ग. एसडीएम ज्योति मौर्य को लेकर वायरल राजस्थानी सॉन्ग.
विशाल शर्मा
  • भीलवाड़ा ,
  • 14 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 9:25 PM IST

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले की SDM ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक का विवाद सुर्खियों में है. इस विवाद को लेकर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. इससे जुड़े कई वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहें हैं. इसी बीच राजस्थान में एक सॉन्ग तेजी से वायरल हो रहा है.

इस गाने में ज्योति पर आलोक को धोखा देने का जिक्र है. साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से आलोक को न्याय दिलाने के लिए कहा गया है. इस सॉन्ग के जरिए अपील भी की गई है कि सभी महिलाएं एक जैसी ऐसी नहीं होती हैं. इस राजस्थानी सॉन्ग को भीलवाड़ा के रहने वाले सिंगर जगदीश गुर्जर गोरसिया और चंदा प्रजापत ने गाया है.

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इसमें बताया गया है कि आलोक मौर्य ने पत्नी को पढ़ाया-लिखाया और SDM बनाया. मगर ज्योति ने धोखा दिया. साथ ही गाने के जरिए कहा कि ज्योति बेवफाह निकली जो आलोक को छोड़ दिया. वहीं सॉन्ग में सीएम योगी से SDM ज्योति को नौकरी से हटाने की अपील की गई है.

इस सॉन्ग को लेकर सिंगर जगदीश गुर्जर गोरसिया ने बताया कि आलोक के साथ गलत हुआ है. ज्योति मौर्य ने उसे धोखा दिया है. इस विवाद से रिश्तों पर दुष्प्रभाव पड़ेगा. एक पति ने इतनी मेहनत करके पत्नी को पढ़ाया और सरकारी नौकरी लगवाई. मगर उसने बेवफाई की. ऐसे में सॉन्ग के जरिए रिश्तों की अहमियत को समझाने का एक प्रयास किया गया है.

क्या है ज्योति मौर्य मामला?

आलोक का कहना है कि एसडीएम बनते ही ज्योति ने उन्हें छोड़ दिया और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ रिलेशन में आ गईं. आरोप है कि पति ने ज्योति को पढ़ाने में मदद की. लेकिन जब ज्योति बड़ी अफसर बन गई तो वह उससे अलग हो गई.

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मनीष दुबे को लेकर डीआईजी होमगार्ड संतोष सिंह ने अपनी जांच रिपोर्ट डीजी होमगार्ड बीके मौर्य को सौंप दी है. जांच में मनीष के 3 मामलों का जिक्र करते हुए विभाग की छवि को धूमिल करने का दोषी पाया गया है. जांच रिपोर्ट के आधार पर मनीष के निलंबन की सिफारिश कर दी गई है. जांच रिपोर्ट अब शासन को भेजी जाएगी, जिसके बाद मनीष पर कार्रवाई तय होगी.

 

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