
तेलंगाना के मुलुगु जिले के जंगलों में रविवार को पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई, जिसमें सात माओवादी मारे गए हैं. यह घटना इलाके के जंगलों में तलाशी अभियान के दौरान हुई. फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर जांच-पड़ताल की जा रही है.
एजेंसी के अनुसार, तेलंगाना पुलिस की विशेष एंटी-नक्सल फोर्स 'ग्रेहाउंड्स' ने जंगल में तलाशी अभियान शुरू किया था. इसी दौरान पुलिस का सामना सशस्त्र माओवादियों से हो गया. पुलिस के अनुसार, माओवादियों ने फोर्स पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी कार्रवाई की. इस दौरान हुई गोलीबारी में सात माओवादी मारे गए.
मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों में तेलंगाना राज्य समिति (येल्लंडु-नरसंपेट) के सचिव और प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) के नेता कुर्सम मंगू उर्फ भद्रू भी शामिल हैं. पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से दो एके-47 राइफल सहित कई हथियार और अन्य सामान बरामद किया है.
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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि माओवादी समूह राज्य में हिंसात्मक गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे. पुलिस को गुप्त सूचना के आधार पर इनकी लोकेशन का पता चला था, जिसके बाद यह अभियान चलाया गया.
घटना के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस आसपास के जंगलों में तलाशी अभियान जारी रखे हुए है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कोई अन्य माओवादी वहां छिपा न हो. सीपीआई (माओवादी) पर भारत सरकार ने प्रतिबंध लगाया हुआ है और इसे एक आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है. यह संगठन आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए हिंसात्मक गतिविधियों में लिप्त रहता है.