Advertisement

हमले के दिन छुट्टी पर क्यों थे 3 में से 2 बॉडीगार्ड? सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में पुलिस को मिला नया इनपुट

Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case: कपड़ा कारोबारी नवीन सिंह शेखावत पहले भी सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से मिल चुका था और उनके घर आता-जाता रहता था. संभव है कि नवीन ने ही पता लगा लिया था कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की सुरक्षा में तैनात 3 में से दो सुरक्षाकर्मी छुट्टी पर हैं. हालांकि, पुलिस जांच कर रही है कि 3 में से 2 निजी सुरक्षाकर्मी हमले के दिन छुट्टी पर क्यों थे? 

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या का सीसीटीवी फुटेज. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या का सीसीटीवी फुटेज.
शरत कुमार
  • जयपुर ,
  • 06 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 10:54 AM IST

Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case: श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को मारने की योजना जयपुर में ही बनाने के प्रमाण मिले हैं. शूटआउट में मरने वाले नवीन सिंह शेखावत ने 30 नवंबर को वैशाली नगर से स्कॉर्पियो गाड़ी किराए पर ली थी. दो-तीन दिनों में हत्या कर किराए की गाड़ी से भागने की फिराक में थे. मगर वक्त नहीं मिला तो मंगलवार को सुबह बजे कंपनी में वापस जाकर 2 हजार रुपए जमा करवाए और एक दिन के लिए गाड़ी को और किराए पर ले लिया.

Advertisement

जयपुर के झोटवाड़ा में आरोपी नवीन शेखावत, शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के सम्मान के लिए 2 शॉल और साफे ख़रीदे. वैशाली नगर के चौराहे पर लगे एक सीसीटीवी कैमरे में तीनों स्कॉर्पियो से जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. 

कपड़ा कारोबारी नवीन सिंह शेखावत पहले भी सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से मिल चुका था और उनके घर आता-जाता रहता था. संभव है कि नवीन ने ही पता लगा लिया था कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की सुरक्षा में तैनात 3 में से दो सुरक्षाकर्मी छुट्टी पर हैं. हालांकि, पुलिस जांच कर रही है कि 3 में से 2 निजी सुरक्षाकर्मी हमले के दिन छुट्टी पर क्यों थे? 

स्कूल के लाइसेंस के लिए पहुंचे थे गोगामेड़ी के घर

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी राजस्थान की कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी धर्मेन्द्र राठौड़ के करीबी थे. लिहाजा, नवीन शेखावत एक प्राइवेट स्कूल के लाइसेंस के नियमितीकरण के सिलसिले में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से मिलने पहुंचा था. इस दौरान नवीन के साथ रोहित और नितिन भी थे. 

Advertisement

22 साल के फौजी ने बरसाईं गोलियां  

जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेवा के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी की मंगलवार को उनके घर में घुसकर हत्या कर दी गई थी. हत्या में शामिल दो युवकों में से एक की पहचान हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिला स्थित दोंगड़ा जाट गांव निवासी नितिन फौजी (22) के रूप में की गई है. नितिन फौजी 19 जाट बटालियन में कार्यरत है और उसकी पोस्टिंग फिलहाल अलवर में बताई जा रही है. 

बताया जा रहा है कि नितिन फौजी के पिता अशोक कुमार भी आर्मी से रिटायर्ड  हैं. नितिन फौजी के हत्याकांड में शामिल होने की सूचना मिलने के बाद ग्रामीणों में तरह की चर्चाएं भी हैं. 

जेल से छूटने के बाद रोहित ने रखा अपराध की दुनिया में कदम 

गोगामेड़ी की हत्या करने वाला दूसरा शूटर रोहित राठौड़ राजस्थान के नागौर जिले ही रहने वाला है. पिता गिरधारी सिंह राठौड़ ने सेना से रिटायमेंट के बाद राजधानी जयपुर में घर बनवाया था. पिता की मौत के बाद रोहित अपनी मां के साथ रहता था. जबकि एक बहन की शादी हो गई थी.  

मूलरूप नागौर जिले के मकराना के जूसरी गांव निवासी रोहित राठौड़ का जयपुर के खातीपुरा के सुंदर नगर में मकान है. आरोपी के पड़ोसियों ने बताया कि POCSO एक्ट में रोहित राठौड़ को एक बार गिरफ्तार किया गया था और जेल जाने के बाद कई गैंगस्टर्स के संपर्क में आ गया था. 

Advertisement

हमले की जिम्मेदारी रोहित गोदारा गैंग ने ली

बता दें कि राजस्थान की राजधानी जयपुर में बीते मंगलवार को दो हमलावरों ने श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की घर में घुसकर हत्या कर दी. इस घटना के दौरान हमलावरों ने अपने साथ आए नवीन शेखावत को भी गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. वहीं, घर में मौजूद एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. हमले की जिम्मेदारी रोहित गोदारा गैंग ने ली है. 

राजस्थान के डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि हमलावर बातचीत करने के बहाने गोगामेड़ी के घर में दाखिल हुए और कुछ देर बातचीत करने के बाद उन्होंने गोलियां चलानी शुरू कर दीं. गोगामेड़ी के गार्ड ने भी जवाबी गोली चलाई. 

DGP मिश्रा ने बताया कि बाद में दोनों हमलावरों ने उनके साथ आये नवीन शेखावत को भी गोली मार दी. उनके मुताबिक इस वारदात में गोगामेड़ी और नवीन की मौत हो गई जबकि परिचित अजीत गंभीर रूप से घायल हो गया. गोगामेड़ी पर हमले का पूरा घटनाक्रम घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया.

डीजीपी ने अब इस पूरे मामले की जांच के लिए एडीजी क्राइम दिनेश एमएन की अगुवाई में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है. साथ ही राजस्थान और हरियाणा पुलिस फरार दोनों आरोपियों की तलाश में जुटी है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement