
पाकिस्तान में 47 साल रहकर बांग्लादेश के रास्ते भारत आया. फिर फर्जी दस्तावेजों के जरिए जैसलमेर में रहने लगा. बांग्लादेशी घुसपैठिये को शनिवार को एटीएस की टीम वैरिफिकेशन के लिए जैसलमेर लेकर आई. जैसलमेर में जिन दो होटलों में उसने काम किया, वहां पर उसे ले जाकर एटीएस ने वैरिफिकेशन किया और वहां से उसके सामान को रिकवर किया गया.
इसके अलावा उसके मोबाइल को भी जब्त कर फॉरेंसिक जांच और डाटा रिकवरी के लिए भिजवाया गया है. उसके पाकिस्तानी खुफिया ऐजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने की आशंका भी जताई जा रही है. एटीएस हर पहलू पर जांच पड़ताल कर रही है.
एटीएस के अधिकारी ने बताया कि बांग्लादेश का मोहम्मद मेहमूद आलम टूलू जैसलमेर के ऑस्ट्रेलियन ब्लू होटल में काम करता था. यहां उसने अपना फर्जी नाम किशोर कुमार बताकर नौकरी पाई थी. उसे आज एटीएस की टीम लेकर जैसलमेर पहुंची.
जैसलमेर के जिन दो होटलों में बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद मेहमूद ने काम किया, वहां के स्टाफ आदि से पूछताछ की गई. एटीएस ने होटल के लोगों के साथ-साथ स्थानीय लोगों से भी किशोर कुमार उर्फ मोहम्मद मेहमूद को लेकर पूछताछ की.
इस दौरान एटीएस मेहमूद के जैसलमेर रुकने के ठिकानों की तलाश कर रही है. साथ ही वहां से उसका सामान आदि जब्त करने की कार्रवाई की जा रही है, ताकि फर्जी तरीके से जैसलमेर में नाम बदलकर रुके बांग्लादेश के मोहम्मद मेहमूद के इरादों की पड़ताल की जा सके.
बांग्लादेशी पासपोर्ट पर भारत में घुसा
उन्होंने बताया कि बांग्लादेशी घुसपैठिया 47 साल पाकिस्तान में रहा है. उसके बाद वह बांग्लादेश होते हुए बांग्लादेशी पासपोर्ट पर भारत में घुस आया. अमृतसर, दिल्ली और राजस्थान होते हुए वह जैसलमेर पहुंचा था. जयपुर में उसने परमानंद भैरवानी और दीपक यादव के जरिए फर्जी आधार कार्ड और अन्य भारतीय दस्तावेज भी बनवा लिए थे.
इनमें परमानंद भैरवानी पाक नागरिक है. वह 2005 में भारत आया था. उसकी शादी पाकिस्तान में हुई थी और वह आज भी पाकिस्तान जाता रहता है.आईजी अंशुमन भोमिया ने बताया कि पूछताछ में इसकी कई बातें संदिग्ध लग रही हैं. इसने 47 साल पाकिस्तान में बिताए हैं. इस आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता कि आईएसआई पाकिस्तान में इसका कोई लिंक हो सकता है.
5 फरवरी को किया गया था गिरफ्तार
दरअसल, 5 फरवरी को जयपुर एटीएस ने 63 साल के बांगलादेशी नागरिक मोहम्मद मेहमूद आलम टुलु उर्फ किशोर कुमार को पकड़ा था. उसके फर्जी दस्तावेज बनाने वाले 2 अन्य युवकों को भी जयपुर से गिरफ्तार किया गया है. इन तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया. वहां से सभी को 5 दिन के रिमांड पर भेजा गया है. एटीएस अब तीनों से फर्जी डॉक्यूमेंट को लेकर पूछताछ कर रही है.
एटीएस एसओजी आईजी अंशुमन भोमिया के मुताबिक, आरोपियों के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120 बी भारतीय दंड संहिता, धारा 14 विदेशी विषयक अधिनियम 1946 और धारा 12 पासपोर्ट अधिनियम 1967 के तहत पुलिस थाना एसओजी जयपुर में मामला दर्ज किया गया है.