Advertisement

Jaipur: रेफर के बाद भी प्रसूता को नहीं दी एंबुलेंस तो अस्पताल गेट पर जन्मी बच्ची, डॉक्टरों ने झाड़ा पल्ला

Jaipur News: प्रसूता के पति अशोक वर्मा का आरोप है कि 2 घंटे तक अस्पताल में पत्नी नीलम की कोई देखभाल नहीं हुई. जब प्रसव पीड़ा बढ़ी तो अस्पताल कर्मचारियों ने उन्हें धक्के देकर बाहर निकाल दिया. यही नहीं, ड्यूटी डॉक्टरों ने यह कहकर मुंह मोड़ लिया कि हमने रेफर कर दिया, अब हमारी जिम्मेदारी खत्म हो गई. 

प्रसूता की अस्पताल के गेट पर डिलीवरी करवाती महिलाएं. प्रसूता की अस्पताल के गेट पर डिलीवरी करवाती महिलाएं.
विशाल शर्मा
  • जयपुर ,
  • 04 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 12:17 PM IST

राजस्थान के जयपुर में सरकारी अस्पताल प्रबंधन ने मानवीयता और निर्ममता की सारी हदें लांघ दीं. अस्पताल में डिलीवरी के लिए पहुंची प्रसूता को तत्काल उपचार नहीं मिलने से उसकी तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने दूसरे हॉस्पिटल ले जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं दी. जबकि एम्बुलेंस अस्पताल परिसर में प्रसूता के सामने ही खड़ी थी. काफी हंगामे के बीच प्रसूता ने अस्पताल के गेट पर ही बच्ची को जन्म दे दिया.  

Advertisement

घटना जयपुर के शास्त्रीनगर स्थित हरिबक्श कांवटिया राजकीय चिकित्सालय की है, जहां बुधवार देर शाम अशोक वर्मा अपनी पत्नी नीलम को प्रसव पीड़ा के बाद नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचे. लेकिन काफी देर तक अस्पताल में प्रसूता की कोई देखभाल नहीं हुई तो उसकी तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे दूसरे सरकारी जनाना अस्पताल रेफर करने की बात करके बाहर भेज दिया. लेकिन एम्बुलेंस चालक ने बिना डॉक्टर की पर्ची के मना कर दिया जबकि डॉक्टर रेफर करने की पर्ची देने के बजाय मौखिक बोलकर पल्ला झाड़ने लगा. जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों के सामने काफी देर तक हाथ जोड़कर मन्नतें कीं, लेकिन नहीं माने तो हंगामा खड़ा कर दिया.

मामला बिगड़ते देख ड्राइवर एम्बुलेंस लेकर भागने लगा जिसके बाद परिजनों ने शीशे पर हेलमेट मारके ड्राइवर को रोका लेकिन इतने में ही अस्पताल के गेट पर प्रसव पीड़ा झेल रही नीलम की कोख से किलकारी गूंज उठी. 

Advertisement

प्रसूता के पति अशोक वर्मा का आरोप है कि 2 घंटे तक अस्पताल में पत्नी नीलम की कोई देखभाल नहीं हुई. जब प्रसव पीड़ा बढ़ी तो अस्पताल कर्मचारियों ने उन्हें धक्के देकर बाहर निकाल दिया. यही नहीं, ड्यूटी डॉक्टरों ने यह कहकर मुंह मोड़ लिया कि हमने रेफर कर दिया, अब हमारी जिम्मेदारी खत्म हो गई. 

परिजनों का गंभीर आरोप यह भी है कि नवजात पर एम्बुलेंस चढ़ाकर मारने की भी कोशिश हुई लेकिन जब मामला बिगड़ा तब जाकर महिला को नवजात के साथ अस्पताल में भर्ती किया.

इस पूरी घटना का वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय सिविल लाइन से भाजपा के विधायक गोपाल शर्मा भी अस्पताल पहुंचे. जहां विधायक ने अस्पताल के गेट पर प्रसव मामले पर नाराजगी जताते हुए अस्पताल प्रबंधन को जमकर लताड़ लगाई. यही नहीं, लापरवाह जिम्मेदार ड्यूटी डॉक्टर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई के भी निर्देश दिए. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement