Advertisement

उदयपुर मर्डर: 'तो पापा बच जाते अगर पुलिस प्रोटेक्शन ना हटती', कन्हैयालाल के बेटों का छलका दर्द

Udaipur Murder case: कन्हैयालाल हत्याकांड पर उनके बेटों ने बताया कि अगर पुलिस प्रोटेक्शन नहीं हटती को आज उनके पापा जिंदा होते. उन्होंने आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग की है.

कन्हैयालाल के दोनों बेटे कन्हैयालाल के दोनों बेटे
सौरभ वक्तानिया
  • उदयपुर,
  • 29 जून 2022,
  • अपडेटेड 7:13 AM IST
  • दो दिनों बाद पुलिस ने हटाई प्रोटेक्शन
  • घर में अकेले कमाने वाले थे कन्हैया

राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या से पूरा देश सन्न है. मर्डर करने वाले दोनों आरोपी मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मामले में कार्रवाई जारी है. इसी बीच कन्हैयालाल के बेटों तरुण और यश ने पिता की हत्या करने वालों दोनों आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग की है. साथ ही पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है.

Advertisement

कन्हैया लाल के बेटों ने 'आजतक' से खास बातचीत में बताया, 'हमने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट गलती से शेयर कर दी थी, जिसके बाद हमारे पापा के खिलाफ पड़ोसी नाजिम ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. हालांकि 24 घंटों बाद उन्हें जमानत मिल गई. इस मामले में समझौता भी हो गया. चार से पांच दिन तक हमने अपनी दुकान बंद रखी. क्योंकि हमें प्रशासन की तरफ से दुकान बंद रखने के लिए कहा गया था. इसी बीच पापा को किसी ने धमकी भी दी, जिसके बाद हमने थाने में शिकायत दर्ज करवाई और पुलिस प्रोटेक्शन की मांग की.'

बेटों ने बताया कि उन्हें पुलिस प्रोटेक्शन तो मिली, लेकिन उसे भी दो दिन बाद हटा दिया गया. फिर जब सात दिनों बाद दुकान खोली तो अचानक पापा की बेरहमी से हत्या कर दी गई. बेटों ने कहा, 'हमें फोन पर किसी ने बताया कि आपके पापा का मर्डर हो गया है.' कन्हैया के बेटे यश ने कहा कि अगर पुलिस प्रोटेक्शन ना हटाती तो पापा बच सकते थे.

Advertisement

बेटों ने कहा कि हम दोनों अभी कॉलेज में पढ़ते हैं और घर में सिर्फ पापा ही कमाने वाले थे, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे. बेटों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि उनके पापा की हत्या करने वालों को फांसी की सजा मिले. फांसी से कम सजा उनके लिए कुछ मंजूर नहीं है.

एक्शन में आईटी मिनिस्ट्री!
इधर सूत्रों के मुताबिक, आईटी मिनिस्ट्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को उदयपुर हत्याकांड को गौरवान्वित करने वाले कंटेट्स हटाने को कहा है. मंत्रालय चाहता है कि सोशल मीडिया में उदयपुर को लेकर सावधानी बरती जाए. यदि किसी कंटेंट से धार्मिक सहिष्णुता को चोट पहुंचती है तो उसे तुरंत हटा दिया जाए.

सूफी खानकाह एसोशिएसन के अध्यक्ष ये बोले
उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों के 'दावत-ए-इस्लाम' से जुड़े होने को लेकर अब सूफी खानकाह एसोशिएसन ने भी प्रतिक्रिया दी है. कानपुर में एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूफी कौसर हसन मजीदी ने 'दावत-ए-इस्लाम' को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उदयपुर में हत्या आतंकी कार्रवाई है, जिसे पाकिस्तानी मौलाना और 'दावत-ए-इस्लाम' से जुड़े लोग अंजाम दे रहे है. ये यहां गजबा-ए-हिंद बनाना चाहते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कानपुर के मुस्लिम इलाकों में 'दावत-ए-इस्लाम' के लिए चंदे के डिब्बे लगाए गए हैं. इसकी शिकायत में उन्होंने डेढ़ साल पहले पुलिस से की थी. इसके बाद उनको गला काटने की धमकी मिली थी.

Advertisement

UAPA एक्ट के तहत मामला दर्ज
बता दें, कन्हैया मर्डर केस में दोनों आरोपियों का पाकिस्तान के साथ भी कनेक्शन निकला है, जिसके बाद अब मामले की जांच NIA को सौंप दी गई है. उधर, राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि UAPA Act के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. राज्य की पुलिस के मुखिया लाठर ने यह भी बताया कि कन्हैयालाल की हत्या का आरोपी गौस मोहम्मद साल 2014 में पाकिस्तानी के कराची शहर गया था. वह दावत-ए-इस्लामी नामक संस्था से जुड़ा था. उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश के कानपुर समेत दिल्ली और मुंबई में दावत-ए-इस्लामी के दफ्तर भी हैं. 

क्या है पूरा मामला?
बता दें, उदयपुर के धानमंडी थाना इलाके में मंगलवार दोपहर दो युवकों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने टेलर कन्हैयालाल की धारदार हथियार से हमला कर हत्या का दी थी. आरोपी कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान पर आए थे. इसके बाद दोनों आरोपियों ने वीडियो शेयर कर कहा कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए कन्हैयालाल की हत्या की है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement