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'जब तक जनता के दिल में हैं, क्या जरूरत...', पोस्टर विवाद पर वसुंधरा राजे का तंज

राजस्थान में बीजेपी के होर्डिंग-पोस्टर से करीब दो साल का वनवास झेलने के बाद वसुंधरा राजे की फिर से पोस्टर पर वापसी हो गई है. पोस्टर विवाद पर वसुंधरा राजे ने फिर से तंज किया है. वसुंधरा राजे ने पोस्टर विवाद को लेकर कहा है कि जब तक जनता मुझे दिल में रखती है, तब तक क्या जरूरत है पोस्टर की.

वसुंधरा राजे सिंधिया (फाइल फोटो) वसुंधरा राजे सिंधिया (फाइल फोटो)
चंद्रशेखर शर्मा
  • जयपुर,
  • 18 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 7:50 AM IST

राजस्थान की विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पोस्टर से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गायब चल रही थीं. करीब दो साल तक पार्टी के पोस्टर से वनवास झेलने के बाद पिछले दिनों वसुंधरा राजे की तस्वीरें फिर से पोस्टर पर दिखने लगी हैं. इसे लेकर वसुंधरा राजे चुप तो थीं लेकिन अंदरखाने उनकी नाराजगी के चर्चे भी आम थे.

पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने इसे लेकर अब कटाक्ष किया है. एक कार्यक्रम के दौरान वसुंधरा राजे ने मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीति आती है, जाती है. उन्होंने कहा कि कई बार जीते भी हैं और कई बार हारे भी हैं. वसुंधरा राजे ने कहा कि पोस्टर भी लगे हैं. उन्होंने कहा कि कभी चेहरे के साथ पोस्टर लगे हैं तो कभी चेहरे के बिना लगे हैं.

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राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक जनता का प्यार है, हमें किसी की जरूरत नहीं. उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि पोस्टर और फोटो को लेकर बहुत विवाद चला लेकिन मैंने कभी ये मांग नहीं की है कि मेरी फोटो लगाओ. वसुंधरा राजे ने कहा कि जब तक जनता मुझे दिल में रखती है, मुझे क्या जरूरत है पोस्टर की.

2 साल तक पोस्टर पर नहीं लगी वसुंधरा की तस्वीर

गौरतलब है कि करीब दो साल तक राजस्थान में बीजेपी के पोस्टर से वसुंधरा राजे का चेहरा गायब था. पार्टी मुख्यालय पर लगे होर्डिंग्स पर राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया और विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया की ही तस्वीरें लगती थीं. सूबे के इन दो नेताओं के साथ पार्टी के केंद्रीय नेताओं की तस्वीरें भी होर्डिंग पर होती थीं लेकिन वसुंधरा राजे को होर्डिंग-पोस्टर पर जगह नहीं दी जा रही थी.

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प्रदेश नेतृत्व में बदलाव के साथ पोस्टर से गायब हुई थीं वसुंधरा

ये बदलाव तभी से हुआ था, जबसे बीजेपी ने प्रदेश नेतृत्व में बदलाव किया था. इसे लेकर विवाद भी हुए, वसुंधरा राजे को पार्टी में साइडलाइन किए जाने की कोशिश के कयास भी लगे लेकिन प्रदेश नेतृत्व की ओर से हमेशा इसे केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश से जोड़ा जाता रहा.

राजस्थान बीजेपी के पदाधिकारियों का कहना था केंद्रीय नेतृत्व का साफ निर्देश है कि जहां पार्टी विपक्ष में है, वहां विधानसभा में विपक्ष के नेता और प्रदेश अध्यक्ष की तस्वीर राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रधानमंत्री की तस्वीर के साथ लगाई जाएगी. जहां पार्टी सत्ता में है, वहां मुख्यमंत्री की तस्वीर लगाई जाएगी. इसी निर्देश का पालन किया जा रहा है.

चुनावी साल में पोस्टर पर वसुंधरा की वापसी

राजस्थान में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनावी साल में वसुंधरा राजे की बीजेपी के होर्डिंग और पोस्टर पर वापसी हुई है. करीब दो साल लंबे वनवास के बाद वसुंधरा राजे की पार्टी के होर्डिंग पोस्टर पर वापसी को इसी साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है.

 

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