
राजस्थान के करौली विधानसभा क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक गांव में सड़क नहीं होने के कारण ग्रामीणों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सड़क निर्माण नहीं होने से सबसे अधिक दिक्कत बीमार लोगों और गर्भवती महिलाओं को होती है क्योंकि एंबुलेंस घर तक नहीं पहुंच पाती है.
ग्रामीण काफी लंबे समय से करौली विधायक लाखन सिंह कटकर को ज्ञापन देकर सड़क निर्माण की मांग कर चुके हैं लेकिन सुनवाई नहीं होने से ग्रामीण विधायक से नाराज हैं.
ग्रामीणों ने सड़क नहीं बनने पर प्रदर्शन करते हुए विधायक लाखन सिंह का पुतला फूंक कर रोष जाहिर किया. बता दें कि करौली में यह स्थिति तब है जब वहां के विधायक लाखन सिंह मीणा के पास डांग क्षेत्रीय विकास बोर्ड के अध्यक्ष का पद भी है.
इसके बाद भी वह ग्रामीण क्षेत्रों का विकास कराने में ग्रामीणों के आरोप के अनुसार असफल साबित हो रहे हैं. केंद्र और राज्य सरकार प्रत्येक गांव को सड़क से जोड़ना चाहती है जिसके लिए विज्ञापन भी प्रसारित किए जाते हैं.
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से हर गांव को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है लेकिन धरातल पर सच्चाई कुछ और ही है. देदरौली गांव के रहने वाले परसराम मीणा ने बताया कि देदरौली से राजीव गांधी सेवा केंद्र तक सड़क निर्माण नहीं होने से आमजन को खासी परेशानी हो रही.
उन्होंने कहा, हमारे घर तक एंबुलेंस या अन्य कोई गाड़ी नहीं आ पाती है. बीमार लोगों को अस्पताल ले जाना हो या फिर, बच्चों को स्कूल जाना हो काफी दिक्कतें होती हैं.
ग्रामीणों ने कहा, कई बार जिला प्रशासन और विधायक को व्यक्तिगत रूप से इस समस्या के रूप में बताया है लेकिन उसके बाद भी समस्या पर कोई ध्यान नहीं देता है.
वहीं प्रकाश चंद्र शर्मा नाम के एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि हमारे यहां रोड की समस्या बहुत विकट बनी हुई है. पहले सर्वे हो चुका है और रोड भी बंद है. अब गांव में पहुंचने की कोई सुविधा नहीं है.