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हरियाणा के नूंह हिंसा में चर्चा में आए बजरंग दल कार्यकर्ता मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है. मोनू को लेकर हरियाणा और राजस्थान की सरकार आमने-सामने आ गई थी. मंगलवार को हरियाणा पुलिस ने मोनू को गिरफ्तार किया और राजस्थान पुलिस को सौंप दिया है. अब उससे नासिर-जुनैद हत्याकांड मामले में पूछताछ की जाएगी. इस मामले में राजस्थान पुलिस की केस डायरी क्या कहती है? भिवानी में क्या हुआ था और मोनू मानेसर पर क्या-क्या आरोप हैं? जानिए सारे सवालों के जवाब...
बता दें कि राजस्थान के भरतपुर जिले के घाट मीका गांव के रहने वाले जुनैद और नासिर की जीप में जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई थी. ये घटना 14 फरवरी 2023 की रात हरियाणा के भिवानी इलाके में हुई थी. जुनैद और नासिर के परिजन ने 16 फरवरी को भरतपुर के गोपालगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई और 5 लोगों के खिलाफ आरोप लगाए, इनमें मोनू मानेसर का नाम भी शामिल था. एफआइआर में नाम होने की वजह से भरतपुर पुलिस को मोनू मानेसर की तलाश थी. उससे पूछताछ की जानी थी. हाल ही में नूंह हिंसा में मोनू का नाम सामने आने पर गहलोत सरकार ने खट्टर सरकार को घेरा था और दावा किया था कि मोनू की गिरफ्तारी में हरियाणा सरकार सहयोग नहीं कर रही है.
मोनू से पूछताछ करेगी राजस्थान पुलिस
मंगलवार को हरियाणा की नूंह पुलिस, साइबर क्राइम और अपराध जांच शाखा की टीम ने मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर की लोकेशन ट्रेस की और धरदबोचा. उसे नूंह हिंसा से पहले सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने के मामले में आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से मोबाइल फोन, एक पिस्तौल और 03 जिंदा कारतूस बरामद किए. आरोपी को अदालत में पेश किया. बाद में डीग (राजस्थान) पुलिस ने मोनू को रिमांड पर लिया. अब राजस्थान पुलिस मोनू से हत्या के मामले में पूछताछ करेगी. यह पहले से साफ था कि मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान पुलिस कोर्ट में एप्लिकेशन लगाकर कस्टडी मांग सकती है.
'कांग्रेस सरकार को कीमत चुकानी पड़ेगी'
मोनू की गिरफ्तारी पर सियासत भी तेज हो गई. विश्व हिंदू परिषद ने मोनू मानेसर को 'निर्दोष गोभक्त' बताया है. VHP के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि इसके लिए राजस्थान की कांग्रेस सरकार को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि विहिप, मोनू मानेसर को हरसंभव मदद मुहैया कराएगी और जरूरत पड़ने पर उसकी गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी करेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने मुस्लिम वोटों के लिए मोनू मानेसर को गिरफ्तार कराया है.
नूंह हिंसा से सुर्खियों में आया मोनू मानेसर
मोनू मानेसर ने जुलाई में सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो शेयर किया था. उसने कहा था कि हरियाणा के मेवात इलाके में 31 जुलाई को ब्रज मंडल धार्मिक यात्रा निकाली जाएगी जिसमें सभी लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लें. मेवात के सभी मंदिरों के दर्शन करते हुए जाएं. इस यात्रा में मैं खुद भी शामिल रहूंगा. मोनू के इस वीडियो के बाद जब नूंह में यात्रा निकाली गई तो विरोध में हिंसक झड़प हुई और 6 लोगों की जान गई.
मोनू मानेसर पर क्या आरोप?
- भरतपुर जिले में पहाड़ी थाना इलाके के गांव घाटमीका के रहने वाले जुनैद और नासिर की जीप में जलाकर हत्या कर दी गई थी. हरियाणा के भिवानी में 15 फरवरी की रात हुई इस घटना को गौ तस्करी से जोड़कर भी देखा गया. आरोप है कि कथित गोरक्षकों ने जुनैद और नासिर को किडनैप किया और फिर हत्याकांड को अंजाम दिया. इस साजिश में मोनू मानेसर का भी नाम आया था.
- परिजन ने 16 फरवरी को गोपालगढ़ थाने में मोनू मानेसर समेत पांच लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. 17 फरवरी को पुलिस ने रिंकू सैनी को गिरफ्तार किया. पुलिस की पांच टीम गठित की गई थीं जो आरोपियों की तलाश में हरियाणा में लगी हैं.
पुलिस केस डायरी में क्या है?
- भरतपुर पुलिस अधीक्षक ने 6 मार्च को हत्याकांड में शामिल आठ आरोपियों के फोटो सार्वजानिक किए और प्रत्येक पर 5000 रुपये का इनाम घोषित किया. हत्याकांड के सभी आठ आरोपियों की पहचान अनिल, श्रीकांत, कालू, किशोर, मोनू, विकास, शशिकांत, गोगी के रूप में हुई थी. गोगी और मोनू राणा को भरतपुर पुलिस ने 6 मई को देहरादून से गिरफ्तार किया था और कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी थी.
- इन सभी को जुनैद और नासिर की जीप में जिंदा जलाकर हत्या करने और सबूत मिटाने का आरोपी माना था. पुलिस ने धारा 147, 435, 365, 367, 368, 302, 201, 120 के तहत आरोपी माना गया था.
- पुलिस जांच के मुताबिक, जींद में गौशाला से बरामद जीप में जले हुए शव और खून के धब्बे जुनैद और नासिर के ही थे. मोनू मानेसर और लोकेश सिंगला समेत करीब एक दर्जन आरोपी संदेह के घेरे में हैं.
- भरतपुर पुलिस महानिरीक्षक ने सभी आठ आरोपियों पर बढ़ाकर 10,000-10,000 रुपये कर दिया था. भरतपुर पुलिस ने 21 मई को मोनू मानेसर समेत 21 लोगों के लिए नोटिस जारी किये थे.
- पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि हत्याकांड में हरियाणा गौरक्षा दल के नेता और सदस्य भी शामिल थे. जो जींद, भिवानी, कैराना, कैथल और पानीपत जिले के हैं.
- हत्याकांड के आरोपी रिंकू सैनी, गोगी और मोनू राणा को गिरफ्तार किया जा चुका है. जबकि 6 आरोपी अनिल, श्रीकांत, कालू, किशोर, विकास, शशिकांत अभी फरार चल रहे हैं. भरतपुर पुलिस की पांच टीम गिरफ्तारी के प्रयास में लगी हुई हैं.
- भरतपुर के पुलिस अधीक्षक मृदुल कछावा ने कहा- भिवानी हत्याकांड मामले में मोनू मानेसर का नाम जांच के दायरे में है. वो आरोपी है और फरार है. उस पर इनाम राशि बढ़ाने का विचार किया जा रहा है.
राजस्थान पुलिस बोली- मोनू से पूछताछ की जा रही
मोनू को हरियाणा से मंगलवार को भरतपुर लाया गया और वहां एक स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया. पुलिस अधीक्षक (डीग) ब्रिजेश ज्योति उपाध्याय ने बुधवार को बताया कि अदालत ने मोनू मानेसर को दो दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा है. पुलिस उससे जुनैद और नासिर की हत्या के मामले में पूछताछ कर रही है.
राजस्थान के डीग (पहले भरतपुर) जिले के घाटमिका गांव के लोगों का कथित तौर पर संदिग्ध गौरक्षकों ने अपहरण कर लिया था और फिर सीमा पार कर हरियाणा में प्रवेश कर गए थे. राजस्थान पुलिस ने पिछले महीने कहा था कि साजिश रचने और अपराध को बढ़ावा देने में मोनू मानेसर की भूमिका जांच के दायरे में है.
राजस्थान के डीजीपी ने क्या कहा था?
राजस्थान पुलिस के डीजीपी उमेश मिश्रा ने अगस्त महीने में एक बयान में कहा था, जुनैद-नासिर हत्याकांड में मोनू मानेसर सीधे तौर पर शामिल नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा था कि बैकग्राउंड में उसकी क्या भूमिका है, इसको लेकर जांच की जा रही है. डीजीपी ने यह भी कहा कि इसमें मुख्य मुद्दा इंटेलीजेंस का है, अगर इंटेलीजेंस इनपुट होगा तो वह पकड़ा जाएगा. वहीं, कांग्रेस ने सफाई में कहा था कि डीजीपी के बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है.
अशोक गहलोत ने क्या कहा था?
अशोक गहलोत ने कहा था, खट्टर मीडिया में बयान देते हैं कि राजस्थान पुलिस की हरसंभव मदद करेंगे, लेकिन जब हमारी पुलिस नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तारी करने गई तो हरियाणा पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया, बल्कि राजस्थान पुलिस पर एफआईआर दर्ज कर ली. जो आरोपी फरार हैं, उन्हें तलाशने में हरियाणा पुलिस, राजस्थान पुलिस का सहयोग नहीं कर रही है. सिर्फ लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं.
कौन है मोनू मानेसर?
मोनू मानेसर का पूरा नाम मोहित यादव है. वह मानेसर का रहने वाला है. यही वजह है कि वो अपने नाम में मानेसर लगाता है. उसके पिता की मौत हो चुकी है. उसका एक छोटा भाई और एक बहन है. मोनू मानेसर शादीशुदा है. उसके दो बच्चे भी हैं. वो पिछले 10-12 वर्षों से बजरंग दल से जुड़ा है. वह पिछले कुछ सालों से गो तस्करों से मुठभेड़ के मामलों में शामिल पाया गया. शातिर मोनू पर एक युवक को गोली मारने का भी आरोप लग चुका है. इस मामले में वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहा है. मोनू काउ प्रोटेक्शन टास्क फोर्स का सदस्य भी बताया जाता है.