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कब मिलेगा करणी को नया सेनापति? सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के भाई श्रवण ने बताई तारीख

जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या से पूरे राजस्थान में बवाल मचा हुआ है. उधर उनके अंतिम संस्कार के 12 दिन बाद 18 दिसंबर को श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी. इसी दिन तय की जाएगी कि राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की बागडोर कौन संभालेगा. हालांकि, उनकी पत्नी कह चुकी हैं कि वही राजपूत करणी सेना की कमान संभालेगी.

 सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की फाइल फोटो. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की फाइल फोटो.
गुलाम नबी
  • हनुमानगढ़,
  • 11 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 7:17 AM IST

राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की 5 दिसंबर को हत्या कर दी गई थी. अंतिम संस्कार के बाद 18 दिसंबर को 12 दिन का शोक पूरा होगा. इस दिन श्रद्धांजलि सभा होगी. इसमें पूरे देश से सभी समाज के लोग इकट्ठा होंगे. विशेषकर राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के जितने भी लोग हैं, वो सभी यहां पहुंचेंगे. इस श्रद्धांजलि सभा में राजनीतिक दलों के लोग भी पहुंचेंगें. इसी दिन तय होगा कि अब राजपूत करणी सेना की बागडोर किसके हाथों में सौंपी जाएगी.

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'आज तक' से बातचीत में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के भाई श्रवण सिंह ने बताया कि 18 दिसंबर को श्रद्धांजलि सभा होगी. इसी दिन तय करेंगे कि राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की बागडोर कौन संभालेगा. हालांकि, सुखदेव सिंह की पत्नी शीला शेखावत कह चुकी हैं कि वही राजपूत करणी सेना की कमान संभालेगी. इस सवाल पर श्रवण ने कहा, "जब भाभी सा ने कमान संभालने की बात कह दी है तो उनकी बात कोई नहीं काटेगा. बाकी श्रद्धांजलि सभा के बाद बैठक की जाएगी. उसमें तय हो जाएगा कि राजपूत करणी सेना की कमान कौन संभालेगा".

बता दें कि 5 दिसंबर को राजस्थान के जयपुर में दिनदहाड़े शूटर्स ने घर में घुसकर राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या कर दी गई थी. हत्या के बाद से राजपूत समाज में गुस्सा है. उधर, मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस इस वारदात में शामिल सभी आरोपियों को पकड़ने में जुटी हुई है. इस कड़ी में दोनों शूटरों सहित तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. 

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गिरफ्तारी को लेकर जयपुर पुलिस का बयान

राजस्थान पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से इस मामले में शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी के साथ उनके सहयोगी उधम सिंह को चंडीगढ़ से शनिवार देर रात पकड़ा था. जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने रविवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गोगामेड़ी की हत्या के बाद पुलिस की टीमें लगातार बदमाशों के पीछे लग गईं थी. एसआईटी से मिले इनपुट और आरोपियों के रूट मैप का पता चला कि आरोपी डीडवाना से पहले हिसार गए.

उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां आरोपी कहां रहते हैं, इसकी जानकारी ली और दूसरी ओर उनकी खोज भी जा रही है. आरोपी हरियाणा की ओर भागते हुए हिसार पहुंच गए. दिल्ली स्पेशल पुलिस टीम ने हिसार से हमारी मदद की. रियल टाइम लोकेशन मिलने के बाद हमने आरोपियों को हिरासत में लिया. हमने अपनी जांच शुरू कर दी है.

चर्चा में रहा पत्नियों का झगड़ा

गोगामेड़ी पद्मवती फिल्म का विरोध कर सुर्खियों में आए थे. आपराधिक घटनाओं में गोगामेडी की संलिपत्ता की वजह से करणी सेना ने उन्हें निकाल भी दिया था. इसके बाद उन्होंने राजपूत राष्ट्रीय करणी सेना का गठन किया था. फिलहाल, जिस मकान में उनकी हत्या हुई उस पर गोगामेड़ी ने कब्जा कर रखा था. कहा जा रहा है कि गोगामेड़ी ने तीन शादियां की थीं. गोगामेड़ी का अपनी पत्नियों से विवाद रहता था. उनकी दो पत्नियां कई बार सोशल मीडिया पर आकर झगड़े को उजागर भी कर चुकी हैं.

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गोगामेड़ी का सियासी सफर

गोगामेड़ी भादरा विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके थे. पिछले विधानसभा चुनाव में वो बीजेपी के साथ थे. इस बार वो अशोक गहलोत के करीबी धर्मेन्द्र राठौड़ के साथ थे. वो हनुमानगढ़ जिले में कोर्ट से सुनवाई के दौरान कटघरे को फांद कर भागने के बाद सुर्खियों में आए थे. उन्हें लोग सुखिया के नाम से पुकारते थे. 

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