राजस्थान मेडिकल काउंसिल ने जाली कागजातों के आधार पर ऐसे लोगों को डॉक्टर बना दिया, जो केवल 12वीं पास हैं. इन लोगों ने ना तो एक भी दिन मेडिकल की पढ़ाई की और ना ही इंटर्नशिप की है. बिना किसी डिग्री के इन्हें गायनेकोलॉजिस्ट जैसा पद दे दिया गया. चिंता की बात यह है कि आरएमसी में रजिस्ट्रेशन होने के बाद ये सभी फर्जी डॉक्टर मरीजों की जान जोखिम में डालकर इलाज कर रहे हैं.